Corona Cases In Delhi CM Arvind Kejriwal देशभर में कोरोना की दूसरी लहर का व्यापक कहर जारी है. इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जारी है. वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में सिर्फ आठ घंटे का ऑक्सीजन बचा है. इसी के मद्देनजर सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगायी है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुछ ही घंटे के लिए ऑक्सीजन बची हुई है. इसी के मद्देनजर अरविंद केजरीवाल ने केंद्र से जल्द से जल्द ऑक्सीजन मुहैया कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अस्पतालों पर खासा दबाव बढ़ गया है. ऐसे में दिल्ली में ऑक्सीजन तथा वेटिंलेटर समेत कई अहम सुविधाओं की भारी कमी की शिकायत की जा रही है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है और कुछ ही घंटे के लिए ऑक्सीजन बची हुई है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि केंद्र तत्काल ऑक्सीजन मुहैया कराए.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ट्वीट कर इस बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि मैं फिर से केंद्र से अनुरोध करता हूं दिल्ली को तत्काल ऑक्सीजन मुहैया कराई जाए. कुछ ही अस्पतालों में कुछ ही घंटों के लिए ऑक्सीजन बची हुई है. बता दें कि इससे पहले दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर कहा कि ऑक्सीजन को लेकर सब अस्पतालों से एसओएस फोन आ रहे हैं. सप्लाई करने वाले लोगों को लेकर राज्यों के बीच जंगलराज न हो, इसके लिए केंद्र सरकार को बेहद संवेदनशील और सक्रिय रहना होगा.
इन सबके बीच, ऑक्सीजन की भारी किल्लत के मामले को लेकर आज दिल्ली हाई कोर्ट को बताया कि जल्द ही और ऑक्सीजन मुहैया कराई जाएगी. केंद्र के मुताबिक ऑक्सीजन के औद्योगिक इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि घरेलू इस्तेमाल के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की बिक्री के चलते अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है. कुछ राज्यों में ऑक्सीजन के वाजिब इस्तेमाल पर काम हो रहा है. सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि इंडस्ट्रीज को ऑक्सीजन दी जा रही है, पेट्रोलियम या कुछ बनाने के लिए, अगर लोग ही नहीं बचगे तो फिर इंडस्ट्रीज के बनाए प्रोडक्ट इस्तेमाल कौन करेगा? देश में अगर 2 करोड़ से ऊपर लोग संक्रमित हो गए, तो सोचिए कि कितने लोगों की मौत होगी. ऐसे में क्या इंडस्ट्रीज को ऑक्सीजन मिलनी चाहिए या कोरोना के मरीजों को?
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