नई दिल्ली : भारत की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से एक बार फिर लोगों में कोहराम मचना शुरू हो गया है. इस बार कोरोना का वायरस बच्चों पर सीधा अटैक कर रहा है. आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली में करीब 14 बच्चे कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. इन बच्चों को निजी और सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए दाखिल कराया गया है. बताया यह भी जा रहा है कि जिन बच्चों में कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए हैं, उनमें से अधिकतर में कोमोरबिडिटी दिखाई दे रही है.
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले और पॉजिटिविटी रेट में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है. दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार शाम तक कोरोना के 366 नए मामले सामने आए, जबकि पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 3.95 फीसदी पर पहुंच गई. इससे पहले, गुरुवार को दिल्ली को कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी रेट 2.39 फीसदी थी.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ ही होम आइसोलेशन की दर में भी तेजी से इजाफा हुआ है. सरकार के आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक सप्ताह के दौरान दिल्ली के विभिन्न इलाकों में होम आइसोलेशन की दर में करीब 48 फीसदी तक इजाफा है. दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना के कुल 685 मरीज होम आइसोलेशन में हैं. इसमें कहा गया है कि दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 9,735 बिस्तर उपलब्ध हैं और उनमें से 51 (0.52 फीसदी) अभी भरे हुए हैं.
Also Read: दिल्ली में बढ़ा कोरोना का खतरा : एक हफ्ते में होम आइसोलेशन में 48 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी
इसके साथ ही, खबर यह भी है कि कोरोना वायरस के एक नए एक्सई वेरिएंट के खतरे के बीच दिल्ली में हाल में कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों से लिए गए करीब 300 नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है. आधिकारिक सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, जीनोम सीक्वेंसिंग यह पता लगाने के लिए किया जाता है कि क्या ‘एक्सई’ जैसा कोई नया वेरिएंट दिल्ली में फैला है या नहीं. सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में कुछ दिनों पहले कोरोना से संक्रमित पाए गए लोगों से लिए गए करीब 300 नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है. उन्होंने बताया कि जीनोम सीक्वेंसिंग में करीब सात से 10 दिन लगेंगे.