कंझावला केस: राष्ट्रीय राजधानी के कंझावला में एक युवती को कार से टक्कर मारे जाने के बाद लगभग दो घंटे तक सड़क पर घसीटने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जबकि एक अन्य ने दिल्ली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. इस मामले में नई सीसीटीवी फुटेज सामने आई है जिसमें पीड़िता अंजलि सिंह और उसकी सहेली निधि घटना से कुछ घंटे पहले एक व्यक्ति के साथ दिख रही हैं.
बातचीत के क्रम में परिजनों ने बताया कि हर नए साल के अवसर पर वो लोग गुरुद्वारा बंगला साहिब जाने की तैयारी कर रहे थे. तभी अचानक अंजलि के दुनिया से चले जाने की खबर सामने आयी. नए साल की खुशी जीवनभर के गम में बदल गयी. मां पूरी रात बेटी के घर वापस लौटने का इंतजार कर रही थी. परिजनों ने यह भी बताया कि मृतका के मामा ने कहा था कि कैब से सभी लोग साथ चलेंगे. इसके लिए सभी तैयारी भी हो चुकी थी, इंतजार था बस अंजली का, लेकिन आयी उसके मौत की खबर.
सूत्रों की मानें तो अंजलि की ख्वाहिश भी अधूरी रह गई. चूंकि, उसकी मां बीमार थी इसलिए वह अपनी बीमार मां को किडनी दान करना चाहती थी, लेकिन घर को संभालने में उलझी अंजलि का इसका मौका नहीं मिल सका. परिजनों ने बताया कि अंजलि परिवार के लिए इतना फिक्रमंद थी कि कोरोना काल में मां की नौकरी छूटने के बाद उसने पूरे परिवार की देखभाल का जिम्मा उठा लिया था. घर की बड़ी बेटी होने के नाते जब शादी की बात उठी तो पहले अपनी छोटी बहन की शादी करवा दिया. बेटी के न होने का दर्द बयां करती हुई मां रेखा की आंखों से बेटी की अधूरी ख्वाहिशों पर खून के आंसू छलक पड़े.
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गौरतलब है कि कंझावला में रविवार की तड़के अंजलि सिंह (20) की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी थी और युवती को लगभग 12 किलोमीटर घसीटती हुई ले गई. घटना में युवती की मौत हो गई थी. अदालत ने गुरुवार को पांचों आरोपियों की पुलिस हिरासत की अवधि चार दिन के लिए बढ़ा दी थी. उधर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने अंजलि सिंह के परिवार के लिए 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मंजूर की है.