नई दिल्ली : भारत की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए प्रदर्शन के मामले में दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर लिया है. मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली के जामा मस्जिद के बाहर जुमे की नमाज के बाद सैकड़ों की संख्या में नमाजियों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारी पैगंबर मोहम्मद पर तथाकथित तौर पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. हालांकि, जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने खुद से इस प्रदर्शन से अलग-थलग करते हुए बयान दिया है कि प्रदर्शनकारियों ने उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दी थी और इस मामले में वह पुलिस-प्रशासन को हर प्रकार की मदद करने को तैयार हैं.
दिल्ली सेंट्रल की पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) श्वेता चौहान ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शुक्रवार को ही एक मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है. डीसीपी ने शुक्रवार को कहा था कि शुक्रवार की नमाज के लिए मस्जिद पर लगभग डेढ़ हजार लोग एकत्र हुए थे. नमाज पूरी होने के बाद कुछ लोग बाहर आए और तख्तियां प्रदर्शित करने के साथ ही नारे लगाने लगे. बाद में कुछ और लोग जुड़ गए और संख्या तीन सौ के करीब पहुंच गई.
डीसीपी श्वेता चौहान ने कहा कि शुक्रवार की नमाज के दौरान जामा मस्जिद पर हमेशा पुलिस तैनात रहती है. प्रदर्शनकारियों को 10 से 15 मिनट के भीतर तितर-बितर कर दिया गया और स्थिति शांतिपूर्ण है. घटना के संबंध में कानूनी कार्रवाई की जाएगी. हमने कुछ शरारती तत्वों की पहचान की है और हमारी पुलिस की टीम प्रदर्शन में शामिल अन्य लोगों की पहचान कर रही है.
Also Read: दिल्ली के जामा मस्जिद के बाहर जोरदार विरोध-प्रदर्शन, नूपुर शर्मा-नवीन जिंदल पर कार्रवाई की मांग
उधर, जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद के हुए प्रदर्शन के मामले में शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने नमाजियों के विरोध-प्रदर्शन से किनारा कर लिया है. उन्होंने कहा कि किसी को नहीं पता कि प्रदर्शन करने वाले लोग कौन थे. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए. इसके साथ ही, उन्होंने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ जांच में पुलिस-प्रशासन को हर प्रकार की मदद करने का भरोसा भी दिया है.