हम ICMR के दिशा-निर्देशों की तुलना में तीन गुना अधिक परीक्षण कर रहे हैं. उक्त बातें दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज तब कही जब यह कहा गया कि कोविड के मामलों में कमी की वजह कम टेस्ट का होना है.
उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिनों से दिल्ली में कोविड संक्रमण के मामले कम होने लगे हैं, लेकिन हम अगले 3-4 दिनों में पर्याप्त कमी देखेंगे. समय के साथ पाॅजिटिविटी रेट कम होगी क्योंकि अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ नहीं रही है. अभी तक जो मौत के मामले सामने आये हैं वे अन्य बीमारियों से ग्रसित होने की वजह से हैं.
सत्येंद्र जैन ने कहा कि केंद्र सरकार के नये दिशा निर्देश के मुताबिक बिना लक्षण वाले लोगों को जांच कराने की जरूरत नहीं है. साथ ही प्रयोगशाला की जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों को भी तबतक जांच कराने की जरूरत नहीं है जबतक उन्हें कोई सहरूगण्ता नहीं है या उनकी उम्र 60 साल से अधिक नहीं है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नये दिशानिर्देश सोच विचार कर तैयार किए गए हैं. दिल्ली में शुक्रवार को 67,624 नमूनों की जांच की गई जबकि बृहस्पतिवार को 79,578 नमूनों की जांच की गई थी. राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को संक्रमण के कुल 28,867 नए मामले आए थे जो महामारी शुरू होने के बाद से अबतक एक दिन में संक्रमण के आने वाले मामलों की सबसे अधिक संख्या थी.
दिल्ली में बुधवार को 98,832 नमूनों की जांच की गई थी. जैन ने संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली में रविवार को करीब 17 हजार नये मामले आने की आशंका है. उन्होंने कहा, अस्पतालों में भर्ती होने वालों की संख्या स्थिर है और कोविड-19 संक्रमण दर भी कम होगी. दिल्ली सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों का असर कोविड-19 के प्रसार पर हुआ है.