नई दिल्ली : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की सेल में दो कैदियों को शिफ्ट किए जाने को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. सत्येंद्र जैन की सेल में तीन कैदियों के शिफ्ट किए जाने के बाद दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तिहाड़ जेल के अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस भेजा है.
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन ने जेल प्रशासन के समक्ष मानसिक अवसाद और अकेलापन महसूस करने की शिकायत की थी. उन्होंने कहा था कि अकेलेपन की वजह से वह अवसादग्रस्त हो रहे हैं. इसलिए उनकी सेल में कम से कम दो कैदियों को रखा जाना चाहिए. इसलिए जेल प्रशासन ने उनकी सेल में दो कैदियों को शिफ्ट कर दिया. इसके बाद विवाद खड़ा हो गया.
पुरानी सेल में दोबारा भेजे गए दोनों कैदी
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की मांग में उनकी सेल में दो कैदियों को शिफ्ट किए जाने के बाद तिहाड़ में जेल नंबर-सात के अधीक्षक को दिल्ली सरकार की ओर से कारण बताओ नोटिस भेजा गया. सरकार की ओर से जेल नंबर-सात के अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के बाद दोनों कैदियों को उनकी पुरानी सेल में दोबारा भेज दिया गया.
तेल मालिश विवाद भी रहा सुर्खियों में
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले दिल्ली की केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन का जेल की सेल में तेल मालिश कराने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था. उनके वीआईपी ट्रीटमेंट को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच काफी समय तक बहस भी चली थी. इसके बाद इस पर जेल प्रशासन की ओर से कार्रवाई भी की गई थी. अब ताजा मामला उनकी मांग पर सेल में दो अन्य कैदियों के ट्रांसफर करने का सामने आया है. इसके बाद न केवल विवाद खड़ा हो गया है, बल्कि इसके लपेटे में जेल के अधीक्षक भी आ गए.
सत्येंद्र जैन की मांग पर शिफ्ट किए गए थे दो कैदी
सूत्र बताते हैं कि पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन ने तिहाड़ जेल के अफसरों से मांग करके दो कैदियों को अपनी सेल में शिफ्ट करा लिया. सत्येंद्र जैन ने तिहाड़ जेल के अफसरों से कहा कि उनको मानसिक अवसाद और अकेलेपन की समस्या है. इसके लिए दो कैदी उनकी सेल में शिफ्ट कर दिए जाएं. तिहाड़ की जेल नंबर-सात के अधीक्षक ने सत्येंद्र जैन की इस अर्जी पर आनन-फानन में फैसला भी ले लिया और दो कैदियों को उनकी सेल में शिफ्ट भी करा दिया.