नयी दिल्ली : व्हाट्सएप लंबे समय से अपने प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारी को फैलने से रोकने की कोशिश कर रहा है. इसी सिलसिले में पिछले महीने बार-बार मैसेज फॉरवर्ड करने पर सीमा लगायी गयी थी. अब फेसबुक के स्वामित्व वाले मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने प्वाइंटर इंस्टीट्यूट के इंटरनेशनल फैक्ट-चेकिंग नेटवर्क (आइएफसीएन) से समझौता किया है.
इससे यूजर्स को लोकल फैक्ट-चेकिंग करने वालों से संपर्क करके फर्जी मैसेज का पता लगाने में मदद मिलेगी. यूजर्स को केवल मैसेज भेजना होगा और चेक करने वाले उसे रिव्यू करेंगे. आइएफसीएन ने अपना व्हाट्सएप चैटबोट लॉन्च किया है जिसे गलत जानकारी को फैलने से रोकने के लिए विकसित किया गया है, विशेषकर कोरोना वायरस महामारी के दौरान इससे मदद मिलेगी. इस पहल का मकसद 70 से ज्यादा देशों में लोगों को स्वतंत्र फैक्ट चेकिंग करने वाले पेशेवरों से जोड़ना है, जिसमें भारत भी शामिल है.