Bharat Mala Project Jharkhand, देवघर न्यूज : बिहार सरकार के प्रस्ताव पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भारत माला-2 प्रोजेक्ट के तहत दो एक्सप्रेस वे की स्वीकृति दी है. इसमें पटना से कोलकाता व रक्सौल से हल्दिया पोर्ट एक्सप्रेस वे शामिल है. ये जानकारी गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने देवघर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
गोड्डा से बीजेपी सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने बताया कि दोनों एक्सप्रेस वे गोड्डा संसदीय क्षेत्र से गुजरेगी. इसमें पटना टू कोलकाता एक्सप्रेस वे बिहारशरीफ से सिकंदरा, चकाई, मधुपुर, जामताड़ा से दुर्गापुर होते हुए कोलकाता जायेगी, जबकि रक्सौल टू हल्दिया एक्सप्रेस वे बांका होते हुए सरैयाहाट, नोनीहाट व दुमका से बंगाल के पानागढ़ से हल्दिया पोर्ट चली जायेगी.
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पटना-कोलकाता एक्सप्रेस को सैद्धांतिक मंजूरी मिल गयी है व इसका एलाइमेंट फाइनल किया जा रहा है. 495 किलोमीटर यह सड़क 6 लेन होगी व कुल 21 हजार करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. यह मार्ग पूरी तरह से नया ग्रीनफिल्ड बनेगा. यह मार्ग तैयार होने के बाद देवघर से पटना व कोलकाता का सफर दो से ढाई घंटे में पूरा कर सकते हैं. रक्सौल-हल्दिया पोर्ट भी 8 लेन व 700 किलोमीटर का होगा. इसमें कुल 54 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस एक्सप्रेस वे के डीपीआर बनाने का टेंडर एनएचआइ द्वारा निकाला जा चुका है. यह मार्ग भी पूरी तरह नया ग्रीनफिल्ड बनेगा.
सांसद डॉ दुबे ने बताया बिहार के पीडब्ल्यूडी मंत्री व उनके मित्र नितिन नवीन से को-ऑर्डिनेट कर दोनों नये एक्सप्रेस वे का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था. पिछले दिनों केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर मैंने इन दोनों एक्सप्रेस वे को जल्द सैद्धांतिक मंजूरी देने का आग्रह किया था, जिसमें केंद्रीय मंत्री ने मुहर लगा दी है. सांसद ने बताया कि कोई भी शहर व इलाका बगैर पोर्ट का तेजी से विकसित नहीं हो सकता है. महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु समेत अन्य राज्य विदेश में दुबई, पैरिस पोर्ट की वजह से तेजी से विकसित हुआ है.
मंत्रालय ने नेपाल पोर्ट से बंगाल के हल्दिया पोर्ट की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए रक्सौल से हल्दिया एक्सप्रेस वे की स्वीकृति दी है. इससे देवघर से काठमांडु की दूरी 12 घंटे में पूरी हो जायेगी. उन्होंने कहा कि साहिबगंज में गंगा का डेप्थ कम है, जिस वजह से भारी माल लेकर चलने में समस्या है. संताल परगना समेत झारखंड में पोर्ट आवश्यक है. इससे व्यापार व रोजगार बढ़ेंगे.
Posted By : Guru Swarup Mishra