देवघर : कोविड की पाबंदियां हटते ही बाबा बैद्यनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. तकरीबन 2.22 लाख भक्तों ने कतारबद्ध होकर बाबा पर जलार्पण किया. इसमें 13200 भक्तों ने शीघ्र दर्शनम का कूपन लेकर बाबा की पूजा-अर्चना की. इस पावन दिन पर भीड़ इतनी अधिक हो गयी कि भक्तों की आस्था के आगे मंदिर प्रशासन की व्यवस्था कम पड़ गयी.
रूट लाइन में कई बार भगदड़ व अफरा-तफरी मच गयी, जिससे 50 से अधिक श्रद्धालुओं को चोटें आयी. सभी घायलों का इलाज बाबा मंदिर उपस्वास्थ्य केंद्र में कराया गया. अहले सुुबह से ही अप्रत्याशित भीड़ नियंत्रण में डीसी मंजूनाथ भजंत्री और एसपी धनंजय कुमार सिंह डटे रहे.
सुबह करीब साढ़े दस बजे शीघ्रदर्शनम कतार में हो-हल्ला होने पर भक्तों को प्रवेश कराने के लिए जब मंदिर कार्यालय के मुख्य द्वार को खोला गया, तब अचानक सैकड़ों की संख्या में लोग घुस गये और एक-दूसरे पर गिरने लगे. इससे अफरा-तफरी मच गयी. इस दौरान मंदिर प्रशासन को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सख्ती बरतनी पड़ी. इस अफरा-तफरी में करीब 50 लोगों को चोटें आयी. वहीं पटना से आयी महिला भक्त रीता देवी का पैर टूट गया.
बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद भी समर्थकों के साथ पूजा करने पहुंचीं थी. अव्यवस्था को लेकर उनकी मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त से बहस हो गयी. फिर भीड़ में अचेत हुई एक महिला भक्त से नहीं मिलने देने पर विधायक नाराज होकर धरने पर बैठ गयीं. बाद में उन्होंने डीसी को सारी बातों से अवगत कराया. उसके बाद विधायक को प्रबंधक ने बाबा का जलार्पण कराया.
Posted By: Sameer Oraon