Jharkhand News: श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं से जुड़ी सभी सुविधाओं और तैयारियों को 20 जून, 2023 तक हर हाल में दुरुस्त कर लें. कार्य में गुणवत्ता का खास खयाल रखा जाये. यह निर्देश देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने मंगलवार को समाहरणालय में आयोजित श्रावणी मेला की तैयारी की समीक्षा के दौरान दिये. उन्होंने काम कर रहे संवेदकों और एजेंसियों और विभिन्न विभागों के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करें, सभी कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए जिला स्तरीय टीम बनायी जायेगी. उन्होंने कहा कि मलमास के कारण इस बार दो फेज में श्रावणी मेले में श्रद्धालुओंका आगमन होगा. भीड़ अप्रत्याशित होने की संभावना है, इसलिए उसी अनुरूप सुरक्षा और सुविधा की तैयारी कर लें.
मेले के दौरान एक्टिव रहें कार्य करने वाली एजेंसी व ठेकेदार
डीसी ने कहा कि जिला व पुलिस प्रशासन के साथ-साथ सभी एजेंसी व ठेकेदारों का दायित्व बनता है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित व सुविधाजनक जलार्पण कराया जा सके. इसलिए सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक्टिव मोड में गुणवतापूर्ण तरीके से कार्य को संपादित करें, ताकि किसी भी परिस्थिति में श्रद्धालुओं को जलार्पण, आवासन, पैदल चलने, बिजली, पेयजल आदि की कमी या सफाई की समस्याओं का सामना न करना पड़े. श्रद्धालुओं के कतार को सुव्यवस्थित करने के लिए जितने भी पंडालों बनाये जा रहे हैं, सभी हवादार व बेहतर हों, ताकि श्रद्धालुओं को पंडाल के अंदर किसी प्रकार की असुविधाओं का सामना नहीं करना पड़े. डीसी ने कहा कि श्रावणी मेला की तैयारियों में जुटे सभी संवेदकों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनायें, ताकि जिला स्तर से जारी आदेशों का समय पर अनुपालन कराया जा सके एवं कार्य प्रगति की निगरानी भी की जा सके.
सभी प्रमुख स्थलों पर सुरक्षा की दृष्टिकोण से उच्च गुणवत्ता वाला सीसीटीवी लगाएं : एसपी
बैठक में एसपी सुभाष चंद्र जाट ने सीसीटीवी से संबंधित एजेंसी के संवेदकों को निर्देश दिया कि पूरे मेला क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाला सीसीटीवी लगाएं, ताकि बेहतर मॉनिटरिंग की जा सके. साथ ही सारे सीसीटीवी फुटेज का बैकअप सुरक्षित रखें. उन्होंने कहा कि विद्युत तारों को पीवीसी पाइप से ढक दें. बैरिकेडिंग के लिए पाइप को अच्छी तरह से गड्ढा करके लगायें एवं बैरिकेडिंग की चौड़ाई सभी जगह समान रहे, ताकि श्रद्धालुओं और पुलिस पदाधिकारियों का आवागमन सही तरीके से हो सके. बैठक में जिले के सभी वरीय पदाधिकारी और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे.