प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले साल शराब कारोबारियों पर मनी लाउंड्रिंग केस दर्ज किये जाने के बाद इसकी जांच शुरू कर दी है. इस कड़ी में तीन शराब काराेबारियों की संपत्ति की जांच शुरू हुई. ईडी के उपनिदेशक ने देवघर एसपी को पत्र भेजकर दुमका के गिलानपाड़ा निवासी रामकुमार, देवघर के पुरनदाहा निवासी यादवेंद्र कुमार आनंद व चंद्रमणी यादव की संपत्ति का ब्यौरा मांगा है. एसपी ने संबंधित थाना प्रभारी को तीनों की संपत्ति का ब्यौरा ईडी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. उक्त तीनों पर एक जनवरी 2022 को रिखिया थाना में अवैध रूप से सरकारी लाइसेंस पर नकली शराब बिहार में खपाने का केस दर्ज किया गया था. इसमें रामकुमार, यादवेंद्र आनंद व चंद्रमणी यादव को आरोपित बनाया गया था. उक्त तीनों ने पहले सरकारी लाइसेंस पर गोदाम से ओरिजिनल शराब निर्धारित दुकान में पहुंचा दी,
उसके बाद उसी लाइसेंस पर किसी अन्य गोदाम से नकली शराब बिहार में खपाने के लिए कार पर लेकर जा रहे थे, जिसे पुलिस ने महेशमारा में बरामद किया था. पुलिस ने छापेमारी में नकली शराब के साथ जो कार जब्त की थी, वह कार भी शराब के लिए परमिट के नंबर की नहीं थी. गोदाम से परमिट जिस गाड़ी की मिली थी, उस गाड़ी में शराब लोड नहीं थी, बल्कि दूसरे नंबर की गाड़ी का प्रयोग किया गया था. इस मामले एक आरोपित को जेल भी भेजा गया था. बताया जाता है कि इडी शराब कारोबारियों की मनी लाउंड्रिंग के मामले में 19 कंपनियों के खिलाफ जांच कर रही है. इसी जांच की कड़ी में उक्त तीनों कारोबारियों की संपत्ति का पता लगाया जा रहा है. इडी बिहार में झारखंड से अवैध शराब की तस्करी के लिंक का पता लगा रही है.
इडी ने एक अन्य मामले में देवघर के दो जमीन कारोबारियों की संपत्ति की भी जांच शुरू की है. दिसंबर में इडी के उपनिदेशक द्वारा निबंधन विभाग से देवघर के दोनों जमीन कारोबारियों समेत उनके रिश्तेदारों के नाम से रजिस्ट्री ऑफिस में रजिस्टर्ड जमीन का ब्यौरा मांगा था. निबंधन विभाग ने उक्त दोनों जमीन कारोबारियों व उनके रिश्तेदारों के नाम से दर्ज जमीन व फ्लैट आदि की ऑनलाइन व मैनुअल जांच शुरू की है. इडी जिन दो जमीन कारोबारियों की संपत्ति का पता लगा रही है, उसमें नगर थाना क्षेत्र के मानसरोवर तट स्थित फुटओवरब्रिज के समीप रहनेवाले एक बड़े जमीन कारोबारी व कुंडा थाना क्षेत्र के ठाढ़ीदुलमपुर गैस गोदाम रोड में रहनेवाले एक जमीन कारोबारी का नाम शामिल है. बताया जाता है कि अब तक हुई जांच में बाराटिकर, जलसार चिल्ड्रेन पार्क रोड, खोरादह व ठाढ़ीदुलमपुर मौजा में उक्त लोगों द्वारा अपने रिश्तेदार व सहयोगियों के नाम से जमीन की खरीद-बिक्री के साक्ष्य मिले हैं.