Indian Railways News: पूर्व रेलवे (Eastern Railway) के जीएम अरुण अरोड़ा ने रविवार को देवघर स्टेशन का निरीक्षण किया. उन्होंने एक नंबर प्लेटफॉर्म का निरीक्षण कर यात्री सुविधाओं की जानकारी ली. उन्होंने बताया कि देवघर और जसीडीह स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. स्टेशनों की सफाई को लेकर हर बार टेंडर कराने की जरूरत नहीं होगी. इसके लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन कराने के लिए डीआरएम को निर्देश दिये, जिसके बाद एक्सटेंशन कर चलाते रहने को कहा गया, ताकि स्टेशन पर साफ- सफाई होती रहे.
गोड्डा-पीरपैंती रेलवे लाइन का निर्माण कार्य जल्द होगा शुरू
जीएम अरुण अरोड़ा ने कहा कि देवघर स्टेशन पर बन रही वाशिंग पीट को अगले साल मार्च-अप्रैल में पूरा कर लिये जाने का लक्ष्य रखा गया है. देवघर स्टेशन (Deoghar Station) के बाहर काफी बड़ी जमीन है, इसे डेपलप कर यात्रियों को बैठने एवं ठहरने की व्यवस्था करें, ताकि यात्री आये तो लगे कि वे देवघर स्टेशन पर हैं. यहां बाबा बैद्यनाथ की झलकियां उन्हें नजर आये. उन्हाेंने कहा कि रेलवे की ओर से 1386 करोड़ की लागत से गोड्डा-पीरपैंती रेलवे लाइन का निर्माण करा रहे हैं, जिसकी स्वीकृति मिल गयी गयी है. जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा. इस रूट पर स्टेशन बनने के बाद वेंडर आयेंगे व पार्किंग की सुविधा होगी. इससे स्थानीय लोगों की आय में बढ़ोतरी होगी.
रेलवे के खर्च को कंट्रोल करने की जरूरत
जीएम ने कहा कि वर्तमान में पूर्व रेलवे 100 रुपये कमाने के लिए 140 से 160 रुपये खर्च कर रहा है. इसे हमें कंट्रोल कर 80 रुपये तक लाने की जरूरत है. ऐसे में रेलवे विभिन्न प्रकार के कार्य को आउटसोर्सिंग कर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. रेलवे की आय का 68 प्रतिशत रेलवे स्टाफ के खर्च में चला जाता है. इसमें यदि पेंशन को जोड़ दिया जाये, तो यह बढ़कर 80 प्रतिशत हो जाता है. ऐसे में इसे कंट्रोल करने की जरूरत है. इसके लिए टेक्निकल मैनपावर को कम करना होगा, ताकि रेलवे की आय में बढ़ोतरी हो सके.
जसीडीह स्टेशन में एयरपोर्ट जैसी सुविधा मिलेगी
रेलवे की ओर से स्टेशनों को सुविधा बढ़ाने को लेकर 300 करोड़ की लागल से डिवीजन अंतर्गत कई स्टेशनों को विकसित किया जायेगा. आने वाले दिनों में आसनसोल और जसीडीह स्टेशन एयरपोर्ट जैसा दिखेगी और यात्रियों को एयरपोर्ट की सुविधाएं मिलेंगी. साथ ही अन्य स्टेशनों पर विकास कार्य किये जायेंगे. मौके पर डीआरएम परमानंद शर्मा, स्टेशन प्रबंधक विभूति कुमार, सीटीआइ गौतम प्रसाद, आरपीएफ इंस्पेक्टर समिरण चौधुरी, हेल्थ इंस्पेक्टर डीके गोप समेत रेलवे की अन्य अधिकारी थे.