Indian Railways News: त्योहारों का मौसम शुरू होने से पहले ही लंबी दूरी की ट्रेनों में भीड़ बढ़ गयी है. दुर्गापूजा में करीब 20 दिन बचे हैं, लेकिन ट्रेनों पर इसका असर दिखने लगा है. दुर्गापूजा में बड़े-बड़े शहरों से घर लौटने वाले लोग टिकटों की एडवांस बुकिंग करा रहे हैं. इस वजह से ज्यादातर ट्रेनें नो रूम का संकेत दे रही हैं. इसमें स्लीपर कोच में सबसे अधिक मारामारी हो रही है.
पूजा स्पेशल ट्रेन के बावजूद बढ़ रही भीड़
दुर्गापूजा को लेकर दिल्ली, पुणे, मुंबई, बेंगलुरू, कोलकाता, अहमदाबाद समेत अन्य बड़े शहरों से आने वाली ट्रेनों में यात्रियों को सीट नहीं मिल रही है. इन जगहों से आने वाली ट्रेनों में सबसे अधिक भीड़ देखी जा रही है. हालांकि, रेलवे पूजा स्पेशल ट्रेनें चला रही है, लेकिन नियमित ट्रेनों में अधिक भीड़ हो रही है.
रेलवे परीक्षा होने के कारण भी बढ़ी भीड़
दूसरी ओर, पिछले कुछ दिनों से रेलवे की परीक्षा होने के कारण भी ट्रेनों में भीड़ काफी अधिक बढ़ गयी है. ऐसे में ट्रेनों में भीड़ अधिक होने से सीट के लिए यात्रियों और परीक्षार्थियों में झड़प भी हो जा रही है. ट्रेनों की जेनरल बोगियों में तो यात्रियों को पैर रखने तक की जगह नहीं मिल रही है.
Also Read: Jharkhand Weather Update News: मौसम खराब होने के कारण दिल्ली-रांची विस्तारा फ्लाइट कोलकाता डाइवर्ट
रेलवे के अनुसार इन ट्रेनों में चल रही है वेटिंग
ट्रेन का नाम : वेटिंग लिस्ट
बैद्यनाथधाम एक्सप्रेस : 70
उपासना एक्सप्रेस : 68
पूर्वा सुपरफास्ट : 101
विभूति एक्सप्रेस : 108
हावड़ा- अमृतसर एक्सप्रेस : 136
हावड़ा- राजेंद्र नगर एक्सप्रेस : 95
हिमगिरी एक्सप्रेस : 122
बाध एक्सप्रेस : 87
दुरंतो सुपरफास्ट : 82
हमसफर एक्सप्रेस : 50
अंग एक्सप्रेस : नो रूम
अहमदाबाद-आसनसोल एक्सप्रेस : 130
जसीडीह स्टेशन के लगैज स्कैनर मशीन से नहीं होती अधिकतर की बैग जांच
दुर्गापूजा को लेकर ट्रेनों में भीड़ बढ़ रही है, वहीं जसीडीह स्टेशन पर यात्रियों की बैग की नहीं हो रही जांच. रेल प्रशासन की ओर से सुरक्षा के मद्देनजर जसीडीह स्टेशन पर लगायी गयी लगेज स्कैनर मशीन से अधिकतर यात्रियों के बैग की जांच नहीं हो पाती है. इससे स्टेशन की पर्याप्त सुरक्षा नहीं हो पाती है. जबकि, इसके लिए आरपीएफ कर्मी भी लगाये गये हैं. वहीं, नये सर्कुलेटिंग एरिया में लगेज स्कैनर मशीन तो अबतक नहीं लगायी गयी है. जिस कारण यहां यात्रियों की तो जांच ही नहीं हो पाती है. इसके बावजूद स्टेशन की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.