देवघर. दिन बीतने के साथ श्रावणी मेला भी परवान पर चढ़ने लगा है. बुधवार को दोपहर बाद से दुम्मा से लेकर शिवगंगा घाट तक कांवरियों की भीड़ बढ़ती देखी गयी. रास्ते भर कांवरिये बोल बम का महामंत्र जपते हुए आगे बढ़ते दिख रहे हैं. दोपहर के बाद पूरा शिवगंगा तट कांवरियों से पट गया. इससे पहले अहले सुबह मंदिर का पट खुलने के बाद कांवरियों की कतार तिवारी चौक से मंदिर तक भेजने की व्यवस्था की गयी थी. जलार्पण प्रारंभ होने के आधे घंटे के अंदर शिवराम झा चौक तक दिन के दस बजे से हनुमान मंदिर से सीधे मंदिर तक भेजने की व्यवस्था जारी रही. दोपहर में भीड़ बढ़ने के बाद कतार लंबी होती चली गयी तो शिवराम झा चौक से कतारबद्ध किया जाने लगा. बुधवार को भी मंदिर पट तय समय सुबह 03:50 में खोला गया. पुजारी अजय झा ने पट खुलने के बाद रात में चढ़े पूजा सामग्री को हटा कर 10 मिनट तक काचाजल पूजा किया. उसके बाद करीब 40 मिनट तक सरदारी पूजा संपन्न करने के उपरांत 03:50 बजे से आम कांवरियों के लिए जलार्पण प्रारंभ कराया.
पार्वती मंदिर में स्पर्श पूजा कर निहाल हो रहे कांवरिये
सुलभ जलार्पण के लिए जहां बाबा मंदिर कांवरियों की सुविधा को लेकर दो अरघा लगाया गया है, जिसमें एक बाबा मंदिर के मंझला खंड में और दूसरा निकास द्वार के बगल में है. वहीं, भीड़ के कारण मां पार्वती मंदिर के गर्भगृह तक नहीं जा पाने वालों के लिए बाहर जलपात्र की व्यवस्था की गयी है. इसके बावजूद यहां स्पर्श पूजा की व्यवस्था होने के कारण कांवरिये घंटों कतार में खड़े रहकर स्पर्श पूजा कर निहाल होकर लौट रहे हैं. बाबा में अरघा व माता मंदिर में स्पर्श पूजा करने के बाद कांवरिये संतुष्टि जाहिर कर व्यवस्था की सराहना कर लौट रहे हैं.
कांवरियों को गर्मी से राहत दे रही इंद्र वर्षा
बुधवार को कांवरिया पथ पर दोपहर तक भीड़ नहीं थी, लेकिन शाम चार बजे के बाद कांवरियाें की संख्या बढ़ने लगी और उनकी रफ्तार भी तेज हो गयी. शाम में प्रत्येक घंटे से 2300 से 2500 कांवरिये दुम्मा प्रवेश कर रहे थे. कांवरिये पूरे उत्साह के साथ बाबा नगरी की ओर बढ़ते गये. कांवरिया पथ पर कई जगह लगाये गये इंद्र वर्षा से कांवरियों को राहत मिल रही थी. शाम में भीड़ को देखते हुए दुम्मा व खिजुरिया के गेट पर दोनों तरफ से प्रशासन ने कांवरिया पथ पर बाइक प्रवेश पर रोक जगा दी. बताया जाता है कि पहली सोमवारी को सुल्तानगंज में जल भरने वाले कांवरिये बुधवार को देवघर पहुंच रहे हैं, इस वजह से शाम में भीड़ में कुछ बढ़ोत्तरी हुई है.
बिछड़ों को मिलाने में अहम भूमिका अदा कर रहा सूचना सह सहायता केंद्र
सूचना सह सहायता केंद्र द्वारा श्रद्धालुओं की मदद को तत्पर है. श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाने के साथ-साथ उनकी खोये हुए सामान जैसे मोबाइल, पर्स का भी पता कर उन्हें वापस दिलाने में मदद कर रहा है. साथ ही महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड का भी वितरण सूचना केंद्रों से किया जा रहा है. इसी क्रम में बुधवार को शहडोल, मध्य प्रदेश से आये हुए बम राजेश तिवारी की मोबाइल कल रात तकरीबन 11 बजे के करीब कोठिया बस पड़ाव के पास खो गया था. आज सुबह 8 बजे कोठिया सूचना केंद्र के द्वारा इनके मोबाइल का पता लगाकर इन्हे वापस कर दिया गया. एक श्रद्धालु का बैग मंगलवार शाम को एक ऑटो में छूट गया था, ऑटो वाले ने बुधवार की सुबह करीब 9 बजे कोठिया सूचना केंद्र में लाकर ये बैग जमा किया. इसके बाद श्रद्धालु का पता लगाकर इन्हें बैग वापस लौटा दिया गया.