Madhupur News: नगर परिषद में मरम्मत के अभाव में 50 लाख से अधिक के वाहन, मशीन समेत अन्य उपकरण खुले में पड़े-पड़े नष्ट हो रहे हैं, जिसमें जंग भी लग रहा है. इनमें कई मशीन व उपकरण ऐसे हैं जिन्हें मामूली मरम्मत के बाद उपयोग में लाया जा सकता है, साथ ही कई मशीनें ऐसी भी हैं, जो दुरुस्त तो है लेकिन उसका उपयोग नहीं के बराबर है. उपयोग नहीं होने के कारण भी मशीनें खराब हो रही हैं. सड़क पर झाडू लगाने वाली ऐसी ही एक स्वीपिंग मशीन है, जिसका उपयोग आज तक नहीं के बराबर हुआ है. इसी तरह महीनो से एक जेसीबी सर्विसिंग के अभाव में बंद है, जबकि चार ऑटो टिपर भी खराब पड़े हुए है. कई वाहन तो महीनों से झाड़ियों के बीच रखें हुए है, जिसमें जंग लग रहा है. इन वाहनों में एक ट्रैक्टर भी शामिल है.
इसके अलावा पानी टंकी समेत कई अन्य वाहन भी खराब है. बताया जाता है कि वाहनों के रख रखाव के लिए संसाधनों की कमी के कारण भी कई वाहनों की मरम्मत समय पर नहीं हो पा रही है, जबकि कई वाहन अधिक संख्या में है. वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण दूसरे वाहनों से काम चलाया जा रहा है और खराब पड़े वाहनों की मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. हालांकि कर्मी बताते है कि इन वाहनों में काफी कम खर्च कर इसका उपयोग दोबारा से किया जा सकता है. वहीं बारिश के दिनों में खुले में रखे इन वाहनों को ज्यादा नुकसान हो रहा है. नगर परिषद परिसर में खुले में रखे वाहन. कचरा उठाव में काम आने वाला ऑटो टिपर पर उग आयीं झाड़ियां.
क्या कहते हैं अधिकारी
एसडीओ आशीष अग्रवाल कहते हैं कि झाड़ियों में खड़े कई वाहन चलंत स्थिति में है. कुछ खराब है तो उसकी मरम्मत जल्द करायी जायेगी. कई ऐसे भी वाहन जिसका निर्धारित कार्यकाल पूरा हो चुका है.
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