Deoghar News: लोकसभा में गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने धारा 377 के तहत पर्यटन विकास से संबंधित कई मांगों को सदन के माध्यम से सरकार के समक्ष रखा. सांसद ने कहा कि पीएम ने वर्ष 2015 में कांवर यात्रा में बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने व धार्मिक स्थलों के समग्र विकास के लिए सुल्तानगंज से देवघर तक कॉरिडोर पैकेज की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि धारा 377 के तहत सभी अधूरी पड़ी परियोजनाएं को पूरा किया जाये, ताकि पिछड़े क्षेत्र का विकास हो सके.
विकास के लिए नयी परियोजनाएं पेश की जायें- सांसद
सांसद ने कहा कि देवघर एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र है और यहां 12 ज्योतिर्लिंग में से एक ज्योतिर्लिंग व शक्तिपीठ है. देवघर में हर साल पांच करोड़ से भी ज्यादा लोग आते हैं. एक व्यापक कार्यक्रम के तहत स्वीकृत परियोजना की समीक्षा कर पिछड़ा क्षेत्र में आगे के विकास के लिए नयी परियोजनाएं पेश की जायें. इसमें वर्ष 2012 में केंद्र सरकार द्वारा देवघर में क्यू कॉम्प्लेक्स निर्माण के लिए 25 करोड़ दिये गये, लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हुआ है. सांसद ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय द्वारा देवघर शहर को प्रसाद योजना में शामिल करने का फैसला लिया गया था.
सांसद ने और क्या कहा?
सांसद ने कहा कि उस दौरान मैंने बाबा मंदिर की ओर जाने वाली शहर की संकरी गलियों को चौड़ा करने की मांग को रखी थी. देवघर सहित पूरा झारखंड जैन व हिंदू धर्मों का केंद्र है. इसके विकास के लिए प्रमुख धार्मिक केंद्रों का सर्किट बनाकर व्यापक योजना तैयार की जाये, जिससे भारत का सम्मान बढ़ेगा. धार्मिक सर्किट में पारसनाथ, देवघर, बासुकिनाथ, मलूटी, तारापीठ, विक्रमशिला, बटेश्वरस्थान, मंदार, चंपापुरी, सुल्तानगंज, मुंगेर के करंगारी को शामिल करते हुए विकास की योजना बनायी जाये.
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