Jharkhand News (देवघर) : आमलोगों के लिए बाबा मंदिर नहीं खुलने से शुक्रवार को तीर्थ पुरोहितों व दुकानदारों का सब्र का बांध टूट गया. पुरोहितों ने मंदिर के द्वार पर धरना-प्रदर्शन किया, तो स्थानीय दुकानदारों ने टावर चौक पर सड़क जाम कर मंदिर को जल्द से जल्द खोलने की मांग की. पुरोहितों ने पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर के नेतृत्व में मंदिर के पूरब द्वार व सिंह द्वार पर सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया. सुबह करीब 10 बजे से शुरू हुए धरना में 500 की संख्या में पुरोहित समाज के लोग शामिल हुए.
वहीं, सरकार के रवैया का विरोध करते हुए मंदिर आसपास के दुकानदारों ने स्वत: दुकानों को बंद कर धरनास्थल पर पहुंचे व समर्थन दिया. सभी एक स्वर में कहा कि जबतक मंदिर बंद रहेगा, तब तक देवघर बंद रखेंगे. इस दौरान सभा के महामंत्री ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि रविवार तक मंदिर नहीं खुला, तो सोमवार से देवघर बंद रहेगा. जब तक मंदिर नहीं खुलेगा, तब तक देवघर बंद रहेगा.
उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से कोरोना संक्रमण को लेकर मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से बंद है. इसमें आसपास के आश्रित दुकानदार, पुरोहित, फूल वाला, ढोल वाला, भंडारी आदि का व्यवसाय पूरी तरह ठप हो गया है. इस दौरान तीर्थ-पुरोहितों व दुकानदारों ने कहा कि देश में विभिन्न स्थानों के तीर्थ स्थल, बस परिचालन, रेल परिचालन, सिनेमाघर, मॉल, मस्जिद, गिरजाघर आदि सभी स्थानों को खोल दिया गया है, मगर देवघर में बाबा बैद्यनाथ मंदिर को स्थानीय एवं आम श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला गया है.
Also Read: XISS रांची के 60वें दीक्षांत समारोह में 298 छात्र हुए सम्मानित,विशाल बोले- बिना मेहनत के नहीं हो सकता कोई सफलसरकार के द्वारा कोरोना काल में आर्थिक पैकेज की बात कही गयी थी, वह भी सहायता लोगों तक नहीं पहुंची. महामंत्री ने आरोप लगाया कि अनाज वितरण मंदिर प्रबंधन की ओर से किया जा रहा है, जिसमें अनियमितता बरती जा रही है. राज्य सरकार से हमारी मांग है कि जल्द से जल्द मंदिर को खोलें अन्यथा उग्र आंदोलन करने पर विवश होंगे.
धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री ने कहा कि सोमवार को जन्माष्टमी के अवसर पर देवघर के स्थानीय जितने भी श्रद्धालु आयेंगे, उन्हें हमलोग पूजा कराने में सहयोग करेंगे. साथ ही कांचा जल देने वाले पुजारी परिवार के लोगों से विनती होगी कि वह उस दिन सुबह कांचाजल पूजा न करें. इस दिन शहरवासियों को पूजा करने दिया जाये. सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती है, तो पूरा देवघर बंद कराया जायेगा. धरना में शामिल लोग स्थानीय व आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खोलने का नारा लगा रहे थे.
बाबा मंदिर को स्थानीय व आम श्रद्धालुओं के लिए खोला जाये, जिसे लेकर मंदिर आसपास स्थित दुकानदारों ने स्वेच्छा से अपनी-अपनी दुकानें एक दिन के लिए बंद कर पूरब द्वार पर सभा के समर्थन में धरना-प्रदर्शन पर बैठे. इस दौरान दुकानदारों ने मंदिर के चारों ओर रैली निकाल कर सभी दुकानदारों से अपनी-अपनी दुकानें बंद करने का आग्रह किया और सभी ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद कर दी. दुकानदारों का कहना है कि सूद पर पैसे लेकर रोजी-रोटी चला रहे हैं. सरकार के द्वारा किसी भी तरह का कोई पैकेज या राहत का कार्य नहीं किया जा रहा है.
Also Read: झारखंड सरकार ने मनरेगा मजदूरों के खाते में डाले 350 करोड़ रुपये, अब नहीं होगी कोई परेशानीदोपहर करीब 12 बजे शहर के दुकानदारों ने टावर चौक जाम कर दिया. इस दौरान उनलोगों ने सरकार व देवघर प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की. दुकानदार काफी उग्र थे. जबरन बाइक वालों को रोककर वापस लौटा रहे थे. जाम के कारण देवघर-जसीडीह मुख्य पथ स्थित टावर चौक पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया. इससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी. इस क्रम में कुछ देर के लिए उक्त मार्ग पर लोगों को पैदल भी चलना मुश्किल हो गया.
जाम की सूचना पाकर एसडीपीओ पवन कुमार सहित नगर थाना प्रभारी रतन कुमार सिंह पदाधिकारी सहित पुलिस बलों के साथ मौके पर पहुंचे. जाम में शामिल दुकानदारों को काफी समझाने का प्रयास किया. कुछ देर के लिये जाम समर्थक दुकानदार पुलिस की कोई भी बात मानने को तैयार नहीं थे. करीब आधे घंटे बाद वे लोग बीच बाजार की दुकानों को बंद कराने के लिये निकले. घूम-घूम कर बाजार में उनलोगों ने जबरन दुकानें बंद कराना शुरु किया. पीछे-पीछे पुलिस जाकर बंद दुकानों को खुलवाती रही.
Posted By : Samir Ranjan.