Deoghar News. देवघर एयरपोर्ट परिसर के मुख्य गेट के समीप सुरक्षाकर्मियाें ने शनिवार को बोरे में भरे 39 कछुओं के साथ तीन लोगों को पकड़ा है. इसकी सूचना पर कुंडा थाने के एएसआई सत्येंद्र प्रसाद गश्ती दल के साथ पहुंचे, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने जब्त कछुओं और तीनों आरोपियाें को उन्हें सुपुर्द कर दिया. पुलिस टीम सभी को लेकर थाने पहुंची और जानकारी वन विभाग को दी. वन विभाग की टीम के साथ डीएफओ राजकुमार साह कुंडा थाना पहुंचे व जांच पड़ताल की. आशंका जतायी जा रही है कि इतनी संख्या में उक्त तीनों आरोपी तस्करी की मंशा से एयरपोर्ट के समीप किसी को कछुआ की डिलिवरी देने पहुंचे होंगे.
इस संबंध में वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल बोर्ड (वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो) दिल्ली को बरामद कछुओं सहित आरोपितों का फोटो भेजकर वन विभाग द्वारा कार्रवाई की अनुशंसा की जा चुकी है. जानकारी के मुताबिक, कछुआ के साथ पकड़े गये तीनों आरोपित देवीपुर थाना क्षेत्र के पिरहाकट्टा गांव निवासी रुबीलाल मुर्मू, बिरासल हांसदा व चरण मुर्मू हैं. इन लोगों ने बताया कि बैंगी, दासडीह गांव स्थित अजय नदी के समीप इन लोगों ने सारे कछुओं को पकड़ा और खाने के लिए ले जा रहे थे.
हालांकि, कुंडा थाने की पुलिस व वन विभाग की टीम इनलोगों की बातों को मनगढ़ंत बता रही है. पुलिस व वन विभाग की टीम का कहना है कि इतनी संख्या में बारे भरे कछुआ को लेकर एयरपोर्ट तक आना संदेह पैदा कर रहा है. जानकारी के अनुसार, तस्कर ग्रामीण इलाके से सस्ती कीमत पर इन दुर्लभ प्रजाति के कछुओं को खरीदते हैं और हजारों रुपये में विदेशी बाजार में बेचा जाता है. इन कछुओं का इस्तेमाल खाने के अलावा कई प्रकार की दवाइयों को बनाने में होता है, जिस कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी काफी डिमांड है. हालांकि, कुंडा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार सहित डीएफओ राजकुमार साह ने कछुआ के साथ पकड़े गये आरोपितों से पूछताछ की. समाचार लिखे जाने तक पुलिस व वन विभाग की टीम मामले की जांच पड़ताल में जुटी है.
39 कछुए के साथ पुलिस ने तीन युवकों को पकड़ा, तस्करी की आशंका
एयरपोर्ट परिसर के मुख्य गेट के समीप सुरक्षाकर्मियों ने की कार्रवाई
कुंडा पुलिस सभी को लायी थाने, किया वन विभाग के हवाले
देवीपुर थाना क्षेत्र के पिरहाकट्टा गांव के रहने वाले हैं आरोपी
बरामद सारे कछुआ शिड्यूल-1 के प्राणी, तस्करी में मिलती है महंगी कीमत
वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल बोर्ड दिल्ली को भी सूचना भेज दी है वन विभाग ने
क्या कहते हैं पदाधिकारी
देवघर डीएफओ राजकुमार साह ने बताया कि बरामद सारे कछुए शिड्यूल-1 इंडियन फ्लैप सेल प्रजाति के हैं. तस्करी में इससे काफी महंगी कीमत मिलती है. वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की तैयारी चल रही है. कस्टडी में लिये गये आरोपितों को कोर्ट में पेश कराया जायेगा. सीजेएम के आदेश से कछुओं को बहते पानी में छोड़ा जायेगा.