Dhanbad news: शहर में कुत्तों के आतंक से लोग परेशान हैं. शहर के सभी मुख्य सड़कों पर कुत्तों का झुंड घूम रहा है. हर दिन दुर्घटनाएं हो रही. जिससे अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बरसात के दिनों में कुत्तों का आतंक और बढ़ गया है. एक तरफ नगर निगम 3000 कुत्तों के बंध्याकरण पर पिछले तीन माह में 60 लाख रुपये खर्च कर चुका है. इसके बावजूद कुत्तों का आतंक शहर में कम नहीं हो रहा है.
एक कुत्ते के बंध्याकरण पर नगर निगम खर्च कर रहा 2000 रुपये
कुत्तों के बंध्याकरण के लिए स्नेह एनिमल वेलफेयर सोसाइटी से नगर निगम का करार हुआ है. एक कुत्ते के बंध्याकरण पर नगर निगम 2000 रुपये भुगतान कर रहा है. वहीं, झरिया के चांद कुइंया अस्पताल में कुत्तों का बंध्याकरण हो रहा. हर दिन 10 कुत्तों के बंध्याकरण का लक्ष्य रखा गया है.
एक माह से बंद था कुत्तों का बंध्याकरण
बंध्याकरण के नाम पर कुत्तों के मारने की शिकायत पीपुल फॉर एनिमल संस्था में की गयी थी. पिछले एक महीने से जांच चल रही थी. स्नेह एनिमल वेलफेयर सोसाइटी को चांद कुंइया अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर, रंग-रोगन, कुलर व खाने आदि की व्यवस्था में सुधार करने का निर्देश दिया गया था. पिछले एक सप्ताह से अस्पताल में फिर से ऑपरेशन शुरू किया गया है. स्नेह एनिमल वेलफेयर सोसाइटी के डॉ धीरज के अनुसार बंध्याकरण का काम तेजी से चल रहा था. कहा : एक माह से बंध्याकरण नहीं होने से हमलोग फिर से जीरो पर आ गये है. पिछले सप्ताह से बंध्याकरण शुरू किया गाय है. स्नेह एनिमल सोसाइटी की ओर से 3000 कुत्तों के बंध्याकरण के लिए नगर निगम को 60 लाख का बिल दिया है. अब तक नगर निगम 40 लाख का बिल का भुगतान कर चुका है. 1000 कुत्तों के बंध्याकरण के बिल भुगतान करने की प्रक्रिया चल रही है.