Jharkhand news: भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा. कहा कि भाषा विवाद को लेकर सरकार समाज में लोगों को आपस में लड़वाने का काम कर रही है. सच तो यह है कि सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए ये हथकंडा अपना रही है. कहा कि हमने बार-बार भाषा को लेकर नीति बनाने की मांग की है. लेकिन, किस नीति के तहत सरकार कौन-कौन सी भाषा को अधिसूचित करती है और किस नीति के तहत इसे हटाया जाता है समझ से परे है. श्री मरांडी धनबाद के सिन्दरी स्थित साई मंदिर में तनेजा साई आश्रम का उद्घाटन करने पहुंचे थे.
स्थानीय नीति पर श्री मरांडी ने कहा कि भाजपा को जब-जब अवसर मिला है उसने इस पर निर्णय लिया है. झारखंड में पहली सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में हमने बिहार सरकार के 1982 को स्थानीय नीति का आधार बनाया और उसी के आधार पर झारखंड में 2016 तक कई नियुक्तियां हुई . शिक्षक समेत प्रोफेसर, बीडीओ, दारोगा, सिपाही आदि की नियुक्तियां हुई. वहीं, 2014 में जब रघुवर दास मुख्यमंत्री हुए तो उन्होंने 1985 को स्थानीय नीति के लिए कट आफ डेट घोषित किया, लेकिन आज हेमंत सरकार पिछली सरकार की स्थानीय नीति को बिगाड़ दिया है.
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन विधानसभा में स्थानीय नीति पर अध्ययन करने की बात कहते हैं. बाहर में उनके लोग स्थानीय नीति के लिए 1932 की मांग कर रहे हैं. स्थानीय नीति को लेकर हेमंत सरकार कन्फ्यूज है और अपनी नाकामी को छिपाने के लिए इस विवाद को केंद्र बना दिया है. कहा कि हेमंत सरकार ने दो वर्षों में कुछ भी नहीं किया. इस सरकार
की कोई भी उपलब्धि नहीं है.
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भाजपा की सरकार आने पर दोबारा 1985 को स्थानीय नीति का आधार बनाया जायेगा, के सवाल पर कहा कि झारखंड में मेरी सरकार को आने दें तब हम बताएंगे. वहीं, नेता प्रतिपक्ष को लेकर पूछे गये सवाल पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ही इस पर बेहतर कुछ बता पाएंगे.
इधर, साई मंदिर में पूजा के बाद सिन्दरी के वन बस्ती पहुंचे. वहां निजी कार्यक्रम में सिन्दरी नगर अध्यक्ष अरविन्द पाठक के घर पर दोपहर का भोजन किये. इस दौरान पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद थे. वहीं, भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य धर्मजीत सिंह ने बाबूलाल मरांडी को एक मेमोरेंडम दिया. जिसमें जिक्र किया कि सिन्दरी के एसीसी सीमेंट फैक्टरी में प्रबंधन के मनमानी रैवेया के कारण 22 मजदूरों को बर्खास्त कर दिया है. ज्ञापन में मजदूरों की समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा है कि श्रमिक संगठन झारखंड विकास श्रमिक संघ के प्रति एसीसी सिमेंट फैक्ट्री के कार्यरत मजदूरों की आस्था एवं समर्पण को देखकर प्रबंधन ने एक सोची-समझी साजिश के तहत संघ के अध्यक्ष एवं सचिव का ट्रांसफर कर दिया गया.
मालूम हो कि औद्योगिक विवाद अधिनियम के तहत किसी भी संघ के पदाधिकारी प्रोटेक्टेड वर्कर की श्रेणी में आते हैं एवं उन्हें हस्तांतरण नहीं किया जा सकता. प्रबंधन के इस असंवैधानिक कदम के विरोध में पदाधिकारियों का स्थानांतरण रोकने सहित अन्य न्यायोचित मांगों को लेकर गत 30 अक्टूबर, 2020 को पूर्व सूचना के आधार पर लोकतांत्रिक तरीके से कंपनी के मुख्य द्वार पर धरना दिया गया था. उक्त कार्यक्रम की सफलता से नाराज प्रबंधन ने संघ के दो पदाधिकारियों (स्थायी कर्मी) सहित 22 कर्मियों को बर्खास्त कर दिया. संघ एवं मजदूरों द्वारा लगातार अनुरोध के बावजूद भी उनकी बर्खास्तगी निरस्त नहीं किया जाना प्रबंधन के दमानात्मक आचरण को दर्शाता है. धर्मजीत ने अपने दिए हुए लिखित ज्ञापन में बाबूलाल से आग्रह किया है कि इस अति संवेदनशील विषय की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पीड़ित मजदूरों की बर्खास्तगी निरस्त कराते हुए दोबारा योगदान दिलाने की मांग की है.
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इधर, तनेजा साई आश्रम के उद्घाटन करने धनबाद के सिंदरी पहुंचे बाबलूाल मरांडी का भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. साई मंदिर पहुंचते ही साई मंदिर में माथा टेककर इस आश्रम का विधिवत उद्घाटन किया. इस मौके पर धनबाद विधायक राज सिन्हा, सिंदरी विधायक की पत्नी तारा देवी, भाजपा नेत्री रागनी सिंह, धर्मजीत सिंह, रमेश राही, जोगेंद्र यादव, सरोज सिंह समेत अन्य पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे.
रिपोर्ट : अजय उपाध्याय, सिंदरी, धनबाद.