Jharkhand news: धनबाद जिला अंतर्गत बलियापुर अंचलाधिकारी रामप्रवेश कुमार ने थाना प्रभारी श्वेता कुमारी से अपनी जान को खतरा बताया है. श्री कुमार का कहना है कि बलियापुर थाना प्रभारी अपने गुर्गों से हत्या करा सकती है. सीओ का आरोप सामने आने के बाद थाना प्रभारी श्वेता कुमारी ने कहा कि सीओ सक्षम पदाधिकारी हैं. वे लिखित शिकायत करें. मामला कोयला चोरों के खिलाफ हो रही कार्रवाई से जुड़ा बताया जा रहा है. दोनों प्रशासनिक अधिकारियों ने एक-दूसरे पर कोयला चोरों को संरक्षण देने सहित कई गंभीर आरोप लगाये हैं.
दरअसल, शनिवार को सीओ रामप्रवेश कुमार ने रांगामाटी पानी टंकी के पास कोयला लदा ट्रक (JH 12G 5784) जब्त किया. उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी. सीओ ने लालाडीह और सिंदूरपुर में हार्डकोक भट्ठे का निरीक्षण किया तथा प्रेमनगर और आमटाल में छापेमारी की. इस दौरान एक भट्ठे में दो ट्रक कोयला मिला. सीओ ने कहा कि जब्त कोयला वैध है या अवैध. इसकी जांच की जा रही है. जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी. उधर, थाना प्रभारी श्वेता कुमारी ने रांगामाटी पानी टंकी के पास कोयला लदा ट्रक जब्त करने का दावा करते हुए कहा कि प्राथमिकी दर्ज की ली गयी है.
अंचलाधिकारी (सीओ) रामप्रवेश कुमार ने आरोप लगाया है कि बलियापुर थाना प्रभारी श्वेता कुमारी के संरक्षण में अवैध काेयला का कारोबार हो रहा है. झरिया का अवैध कोयला बलियापुर के रास्ते आता है और उन सभी को थाना प्रभारी का संरक्षण प्राप्त है. कहा कि उन्होंने 17 फरवरी को कोयला लदा ट्रक पकड़ा था. थाना प्रभारी का कथित गुर्गा मुकेश सिंह व अन्य 10 लोग और उन्हें जान से मारने की धमकी दी. मुकेश ने कहा कि एक सप्ताह में ट्रांसफर करवा देंगे. कहा कि थाना प्रभारी द्वारा कोई सहयोग नहीं किया जाता है.
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श्री कुमार ने कहा कि छापेमारी की सूचना देने के बाद भी पुलिस बल मुहैया नहीं करवाया जाता है. थाना प्रभारी एक मामा नामक व्यक्ति से पूरे कोयला का धंधा करवाती है, जबकि झरिया से हर दिन 30 ट्रक अवैध कोयला बलियापुर के रास्ते जाता है. इसकी सूचना सीनियर अधिकारियों को दे दी गयी है. उच्च कमेटी द्वारा अवैध कोयला कारोबार की जांच करवायी जाये, तो पूरे मामले का खुलासा हो जायेगा.
बलियापुर थाना प्रभारी श्वेता कुमारी ने सीओ के आरोप पर कहा कि जबसे उनकी पोस्टिंग हुई है. लगातार कार्रवाई कर रही है. अभी तक कोयला चोरी के 15 से अधिक मामले दर्ज कर चुकी है. कोयला चोरी के संरक्षण की बात पूरी तरह से गलत है. सीओ सक्षम पदाधिकारी हैं. हो सकता है उन्हीं के संरक्षण में कोयला चलता होगा, क्योंकि कई बार गाड़ी पकड़ते हैं और फिर उन्हें छोड़ देते हैं. उनके सहयोग के लिए 24 घंटे तत्पर हूं, लेकिन वो जब भी छापामारी करने जाते हैं, तो उसकी कोई लिखित या मौखिक जानकारी नहीं देते हैं. यहां तक की कार्रवाई के दौरान भी जानकारी नहीं होती है. सीधे गाड़ी पकड़कर थाना ले आते हैं.
थाना प्रभारी ने कहा कि वो जिस मुकेश सिंह व 10 अन्य की बात कह रहे हैं, वो पूरी तरह से गलत है. मुकेश कौन है, मैं नहीं जानती. यदि मैंने ऐसा कुछ किया है, तो वह मुझे बताते. यदि मुझे नहीं बता सकते थे, तो मेरे सीनियर अधिकारियों से शिकायत कर सकते थे, जो आज तक नहीं किया. मामा कौन है, उसके बारे में मुझे कुछ पता नहीं.
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Posted By: Samir Ranjan.