Jharkhand Crime News (मैथन, धनबाद) : धनबाद जिला के मैथन थाना की पुलिस ने 10 करोड़ की ठगी मामले में चिटफंड कंपनी एंजेल ब्रोकिंग की महिला अधिकारी सुकन्या घोषाल को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया है. वहीं, इस मामले में मैथन थाना की पुलिस दो अन्य आरोपियों को पहले ही जेल भेज चुकी है.
मैथन मेन गेट में एंजेल ब्रोकिंग के नाम से चिटफंड कंपनी का ऑफिस खोला गया था. कंपनी के कर्मियों व अधिकारियों ने मैथन, चिरकुंडा, मुगमा एवं आसपास तथा पश्चिम बंगाल के रूपनारायणपुर व कुल्टी आदि क्षेत्र के 200 लोगों को कम समय में रुपया दोगुना करने और अतिरिक्त ब्याज देने का झांसा देकर 10 से 15 करोड़ रुपये का निवेश कराया.
क्षेत्र में विश्वास जमाने के लिए कुछ दिनों तक ब्याज एवं जमापूंजी का अतिरिक्त लाभ भी निवेशकों को दिया गया. कई निवेशक और उनके रिश्तेदारों को विदेश टूर के तहत नेपाल भ्रमण कराया गया. इसके बाद कंपनी मार्च-अप्रैल 2020 में निवेशकों का पैसा लेकर फरार हो गयी.
इस संबंध में मैथन प्रोफेसर कॉलोनी निवासी सतीश सिन्हा ने कंपनी के 9 नामजद अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ मैथन ओपी में 9 अगस्त, 2020 को ठगी का मामला दर्ज कराया था. मामला दर्ज होने के बाद निरसा के तत्कालीन SDPO विजय कुमार कुशवाहा के नेतृत्व में मैथन थाना की पुलिस मिहिजाम पुलिस के सहयोग से मिहिजाम थाना क्षेत्र के पिपरा गांव से 2 नामजद सुनीता दास उर्फ रिम्पा एवं शैलेन दास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
इस मामले में मैथन ओपी में 9 अगस्त 2020 को 10 करोड़ के ठगी मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. मामले में पश्चिम बंगाल के आसनसोल निवासी प्रशांत दास, श्रीकांत दास, झरना दास, अपर्णा दास, सुनीता दास, शैलेन दास, इंद्रा दास, आदित्य दास एवं सुकन्या घोषाल को नामजद बनाया गया था.
इधर, इस मामले के अनुसंधानकर्ता मैथन ओपी के ASI सुरेंद्र तिवारी एवं ASI एल्युमोनी केरकेट्टा ने बंगाल पुलिस की सहयोग से आरोपी सुकन्या घोषाल को कोलकाता के बासदोनी थाना क्षेत्र के बहमनपुर गांव स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया है.
Posted By : Samir Ranjan.