Jharkhand news: धनबाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश (अष्टम) उत्तम आनंद मौत मामले की जांच एक बार फिर तेज हो गयी है. सीबीआइ (CBI) की टीम ने बुधवार को एक बार फिर घटनास्थल का मुआयना किया. इस मामले में शुक्रवार को हाइकोर्ट में सुनवाई होनी है.
सीबीआइ की टीम रणधीर वर्मा चौक पहुंची. यहीं पर 28 जुलाई, 2021 को जज उत्तम आनंद को मॉर्निंग वॉक के दौरान एक ऑटो ने टक्कर मार दी थी. कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गयी थी. इस मामले में पुलिस ने ऑटो चालक लखन वर्मा को गिरिडीह तथा उनके सहयोगी राहुल वर्मा को धनबाद स्टेशन के समीप से गिरफ्तार किया था. इस मामले की जांच पहले राज्य पुलिस की SIT ने की थी. बाद में राज्य सरकार की अनुशंसा एवं हाइकोर्ट के आदेश पर सीबीआइ ने मामले की जांच शुरू की. सीबीआइ टीम गिरफ्तार दोनों आरोपियों की दो-दो बार गुजरात ले जाकर नार्को टेस्ट करवा चुकी है. अब तक 200 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है.
सूत्रों के अनुसार, 26 जनवरी को दिल्ली सीबीआइ की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर फिर से मुआयना किया था. सीबीआइ के डीआइजी, एसपी, डीएसपी रैंक के अधिकारियों ने काफी देर तक घटनास्थल पर विचार-विमर्श किया. इस कांड की जांच कर रहे अधिकारियों से विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की.
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सूत्रों के अनुसार, वर्ष 2003 में धनसार में कोयला व्यवसायी प्रमोद सिंह हत्याकांड की जांच करने वाली सीबीआइ टीम के सदस्य रहे मुकेश शर्मा को भी जज मौत मामले की जांच में लगाया गया है. श्री शर्मा अभी सीबीआइ के डीएसपी हैं. कुछ और अधिकारियों को भी लगाया गया है.
जज मौत मामले में 28 जनवरी को झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है. सीबीआइ की तरफ से प्रगति रिपोर्ट पेश किया जायेगा. 21 जनवरी को सुनवाई के दौरान हाइकोर्ट ने सीबीआइ की रिपोेर्ट पर कड़ी नाराजगी जाहिर की थी. कहा था कि इस मामले में अब तक की जांच असंतोषजनक है.
Posted By: Samir Ranjan.