Jharkhand News (धनबाद) : फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Fertilizer Corporation of India Limited- FCIL) का सिंदरी में बंद 203 बेड का अस्पताल जल्द शुरू होगा. अस्पताल साल 2003 से बंद है. धनबाद जिला प्रशासन के अनुरोध पर हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (Hindustan Fertilizers & Chemicals Limited) ने CSR के तहत अस्पताल चलाने व पुनरुद्धार करने पर सहमति जतायी है. अब जिला प्रशासन ने एफसीआइएल प्रबंधन से जमीन का एनओसी मांगा है.
मालूम हो कि सिंदरी में 100 एकड़ भूमि पर निर्मित FCIL का विशाल अस्पताल वर्षों से बंद पड़ा है. प्रभात खबर ने 25 मई के अंक में अस्पताल के बंद होने की खबर प्रमुखता से छापी थी. खबर प्रकाशित होते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया. धनबाद डीसी ने राज्य मुख्यालय से इस बाबत बात की. वहां से सकारात्मक संदेश मिलने के बाद हर्ल से संपर्क स्थापित किया.
अब हर्ल की सहमति मिलने के बाद FCIL से NOC तथा न्यूनतम 30 वर्ष का लीज देने का अनुरोध किया गया है. लीज प्राप्त होते ही हर्ल CSR फंड से अस्पताल का जीर्णोद्धार करायेगा. अस्पताल शुरू होने से सिंदरी सहित आसपास के क्षेत्रों की लगभग एक लाख आबादी लाभान्वित होगी. डीसी सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार उमाशंकर सिंह ने FCIL के यूनिट इंचार्ज उमेश चंद्र गौर को पत्र लिखकर सकारात्मक कदम उठाने का अनुरोध किया है.
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डीसी श्री सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन भी अस्पताल चालू कराने में हर्ल को सहयोग करेगा. DMFT फंड से चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ व अन्य आवश्यक सहयोग दिया जायेगा. इस अस्पताल का जीर्णोद्धार मील का पत्थर साबित होगा तथा सिंदरी एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले हजारों लोगों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने में सक्षम होगा.
उन्होंने बताया कि 3 जून को FCIL, हर्ल तथा जिला प्रशासन की टीम ने अस्पताल का दौरा किया था. दौरा करने के बाद टीम ने यह निष्कर्ष निकाला कि अस्पताल एक बेहतरीन कोविड-19 अस्पताल में तब्दील किया जा सकता है, जहां बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीजों का बेहतर तरीके से उपचार होगा.
अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर की स्थिति अच्छी है. इसका जीर्णोद्धार कर यहां पर अल्प अवधि में ही अस्पताल शुरू किया जा सकता है. अस्पताल में इतनी जगह है कि महिला एवं पुरुष मरीजों के लिए अलग-अलग वार्ड शुरू किया जा सकता है. अस्पताल के पुरानी ओपीडी सेक्शन का जीर्णोद्धार कर उसे तुरंत शुरू किया जा सकता है. शुरुआत में नॉन कोविड मरीजों के लिए तीन ओपीडी वार्ड शुरू करने की योजना है. इस परिसर में डायग्नोस्टिक सेंटर के लिए भी पर्याप्त स्थान है. कोरोना संक्रमित मरीजों के प्रवेश एवं निकासी के लिए भी अलग-अलग द्वार है.
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इस संबंध में डीसी उमाशंकर सिंह ने कहा कि FCIL के बंद पड़े अस्पताल को शुरू करने की रणनीति बना ली गयी है. NOC मिलते ही हर्ल के सहयोग से काम शुरू हो जायेगा. जरूरत पड़ने पर जिला प्रशासन DMFT फंड से भी राशि मुहैया करायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.