धनबाद : शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) के लैब को आरटी-पीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन-पोलीमरेज चेन रिएक्शन) जांच के लिए पर्याप्त संख्या में स्वाब के सैंपल नहीं मिल रहे हैं. इस कारण लैब की पूरी क्षमता का उपयोग नहीं हो रहा है. वहीं जुलाई, 2021 से धनबाद जिला में कार्य कर रही जेआइटीएम स्किल प्राइवेट लिमिटेड की मोबाइल वैन के लैब को कहीं अधिक संख्या में सैंपल दिये जा रहे हैं. बीते सात दिनों यानी 10 से 16 जनवरी के आंकड़ों पर गौर करें तो एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी लैब में 5731 सैंपल रिसीव किये गये.
इनमें से 977 सैंपल की जांच सरकारी लैब में की गयी, जबकि जेआइटीएम स्किल प्राइवेट लिमिटेड की मोबाइल वैन के आरटी-पीसीआर लैब में 4754 सैंपल दिये गये. 16 जनवरी को धनबाद के 552 सैंपल मोबाइल वैन के निजी लैब में भेज दिये गये. मतलब, जिला स्वास्थ्य विभाग निजी वैन लैब को सरकारी की बनिस्पत चार गुना अधिक सैंपल दे रहा है.
संजीव सिंह समेत 550 लोगों का सैंपल 10 जनवरी को लिया गया था. सैंपल की आरटी-पीसीआर जांच माइक्रोबायोलॉजी लैब में होनी थी. सैंपल लैब में भेजे भी गये थे. लेकिन इसे वापस मंगा कर निजी मोबाइल वैन के लैब में भेज दिया गया.
तिथि सरकारी लैब में प्राप्त सैंपल निजी वैन लैब में जांच
10 जनवरी 1167 908
11 जनवरी 1462 736
12 जनवरी 1241 736
13 जनवरी 459 583
14 जनवरी 854 501
15 जनवरी 328 738
16 जनवरी 220 552
एसएनएमएमसीएच के लैब में सोमवार को तीन की जगह एक ही पाली में कार्य हुआ. सैंपल के अभाव में आधे टाइम में ही जांच कार्य पूरा हो गया. इनमें धनबाद के 22 सैंपल, जबकि जामताड़ा के 260 सैंपल थे. सरकारी लैब में किसी अन्य जिले का सैंपल नहीं पहुंचा. यह स्थिति पिछले दो दिनों से बनी हुई है. लैब से जुड़े सूत्र और सरकारी आंकड़े बताते हैं कि विभिन्न जगहों से आ रहे ज्यादातर स्वाब के सैंपल जांच के लिए निजी मोबाइल वैन के लैब को दे दी जा रही है. इसके पीछे की मुख्य वजह क्या है, कोई बताने को तैयार नहीं है.
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पिछले वर्ष मेडिकल कॉलेज में तीनों पालियों में स्वाब की जांच होती थी. सूत्र बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी निर्देश का पालन धनबाद जिला में नहीं हो रहा है. निर्देशों को दरकिनार कर जेआइटीएम स्किल प्राइवेट लिमिटेड की मोबाइल वैन के आरटी-पीसीआर लैब को सैंपल दिये जा रहे हैं. वहीं मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में लगी सरकारी आरटी-पीसीआर मशीन का समुचित उपयोग नहीं हो पा रहा है. निजी लैब की रिपोर्ट एक दिन और सरकारी लैब की रिपोर्ट दो दिन में मिलती है.
आठ जनवरी को स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय से एक पत्र जारी हुआ. इसमें साफ निर्देश है कि शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के माइक्रोबायोलॉजी लैब में आरटी-पीसीआर जांच धनबाद और जामताड़ा जिले के सैंपल का करना है. वहीं मोबाइल वैन के लैब में गिरिडीह, देवघर, पाकुड़, गोड्डा और दुमका से आने वाले सैंपल की जांच की जानी है. बावजूद धनबाद के सैंपल भी मोबाइल वैन जांच घर में भेजे जा रहे हैं. याद रहे कि निजी लैब में होने वाली जांच के बदले स्वास्थ्य विभाग उसे तय रकम का भुगतान करता है.
उपायुक्त संदीप सिंह के साथ हुई बैठक के बाद सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत ने निजी लैब में जांच कराने का निर्देश दिया है. इसका पालन किया जा रहा है. हॉट स्पॉट और जिन लोगों को सैंपल की रिपोर्ट तुरंत चाहिए होती है, उसकी जांच मोबाइल वैन लैब में करायी जा रही है.
डॉ राजकुमार सिंह, जिला सर्विलांस ऑफिसर
उपायुक्त संदीप सिंह के साथ हुई बैठक के बाद सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत ने निजी लैब में जांच कराने का निर्देश दिया है. इसका पालन किया जा रहा है. हॉट स्पॉट और जिन लोगों को सैंपल की रिपोर्ट तुरंत चाहिए होती है, उसकी जांच मोबाइल वैन लैब में करायी जा रही है.
डॉ राजकुमार सिंह, जिला सर्विलांस ऑफिसर
Posted by : Sameer Oraon