Coronavirus Update News: तेजी से फैलते कोरोना महामारी के बीच रविवार को धनबाद स्थित बैंक मोड़ के गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से पूर्व निर्धारित ऑल इंडिया सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा के दौरान 21 बच्चे कोरोना संक्रमित मिले हैं. दो पाली में हुई परीक्षा में छठी कक्षा के 18 और नौवीं के तीन छात्र संक्रमित मिले हैं. इन छात्रों ने अलग आइसोलेटेड हॉल में बैठकर परीक्षा दी. बाद में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनके अभिभावकों से अंडरटेकिंग लेकर उनके सुपुर्द कर दिया.
छठी कक्षा के लिए परीक्षा में 216 में से 204 छात्र शामिल हुए. इनकी परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम के 4.30 तक हुई. नौवीं कक्षा के लिए प्रवेश परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम के पांच बजे तक हुई. इसमें 66 में से 58 छात्र शामिल हुए. इन बच्चों को 11.30 बजे से परीक्षा केंद्र में प्रवेश दे दिया जाने लगा. 12 बजे तक सभी बच्चे परीक्षा केंद्र पहुंच गये थे. परीक्षा केंद्र पर पहुंचने पर इन बच्चों की सबसे पहले थर्मल स्कैनिंग की गयी. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोविड टेस्ट किया.
इस परीक्षा के लिए विशेष तौर पर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की टीम तैनात थी, जो छात्र पॉजिटिव मिले उनके अभिभावकों को अंदर बुलाया गया. उनका पता लिया गया. इसके बाद वहां मौजूद प्रशासन की टीम ने उनसे अंडरटेकिंग लिया. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों उन्हें उनके बच्चों के लिए कोरोना किट दिया. साथ ही समय पर दवा खिलाने की हिदायत दी. परीक्षा समाप्त होने पर संक्रमित मिले बच्चों को देर से छोड़ा गया.
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NTA के डिस्ट्रिक्ट को-ऑर्डिनेटर व डीएवी पब्लिक स्कूल, सिंदरी के प्रिंसिपल आशुतोष मैर ने बताया कि परीक्षा केंद्र पर जांच की पर्याप्त व्यवस्था थी. संक्रमित मिले छात्रों के कक्ष में वीक्षक को PPE किट पहनाया गया था. हर कक्ष में कोविड गाइडलाइन के अनुरूप ही छात्रों को परीक्षा में प्रवेश करवाया गया.
सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा को लेकर छठी कक्षा की परीक्षा शाम 4.30 बजे खत्म हो गयी थी, लेकिन बच्चों के एक साथ नहीं छोड़ा गया. उन्हें धीरे-धीरे बाहर निकाला जा रहा था. इसी बीच पांच बजे नौवीं की परीक्षा भी खत्म हो रही थी. वहीं, गेट के बाहर अभिभावकों की भीड़ एकत्रित हो गयी थी. बच्चों के निकलने में विलंब होता देख अभिभावकों ने विरोध शुरू कर दिया. इसके बाद वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें आकर समझाया. तब अभिभावक शांत हुए.
Posted By: Samir Ranjan.