Jharkhand news, Dhanbad news : धनबाद (संजीव झा) : धनबाद भाजपा महानगर जिला कमेटी की घोषणा सारी तैयारी के बाद टाल दी गयी. कमेटी की सूची पहले ही लीक हो जाने तथा महामंत्री पद को लेकर सांसद एवं विधायकों के बीच सहमति नहीं बन पाने के कारण मामला लटक गया है. अब प्रदेश कमेटी ही इस पर निर्णय लेगी.
भाजपा ने पहली बार धनबाद में दो जिला कमेटी बनायी है. महानगर एवं ग्रामीण जिलाध्यक्ष की घोषणा हो चुकी है. अब दोनों कमेटियां बननी है. रायशुमारी का दौर खत्म हो चुका है. भाजपा महागनर कमेटी का खाका तैयार हो चुका है. सूत्रों की मानें, तो जिला कमेटी 3-4 दिन पहले ही घोषित होने वाली थी, लेकिन महानगर कमेटी में महामंत्री को लेकर विवाद हो गया.
बताया जाता है कि महानगर कमेटी के इस पद पर धनबाद, बाघमारा एवं झरिया क्षेत्र के कई नेताओं की नजर है. लेकिन, जो उम्मीद जतायी जा रही है उसके अनुसार दोनों ही महामंत्री धनबाद विधानसभा क्षेत्र से ही बनने वाले हैं. सांसद पीएन सिंह के प्रतिनिधि रहे नितिन भट्ट को इस बार उपाध्यक्ष की जगह महामंत्री बनाया जा सकता है. श्री भट्ट महानगर अध्यक्ष पद के दावेदार थे. महामंत्री के दूसरे पद पर धनबाद विधायक राज सिन्हा के नजदीक माने जाने वाले रवि सिन्हा को लिए जाने की संभावना है. श्री सिन्हा को पिछली बार जिला उपाध्यक्ष बनाया गया था. लेकिन, उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिये थे. वे पिछली बार भी महामंत्री के दावेदार थे.
Also Read: साहिबगंज में गंगा नदी के कटाव से जितनगर के अस्तित्व पर संकट, ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ीं
भाजपा में पदाधिकारी बनाने के सवाल पर अभी सांसद का ही पलड़ा भारी दिख रहा है. उनकी पसंद को ही ज्यादा तरजीह मिल रही है. लेकिन, इस बार विधायक राज सिन्हा, ढुलू महतो, पूर्व विधायक संजीव सिंह भी अपने खास समर्थकों को पद दिलाना चाह रहे हैं. सभी को खुश करने के चक्कर में ही मामला पेंडिंग हो गया. कई मंडल अध्यक्षों के नाम पर भी सांसद एवं विधायकों में विवाद बताया जा रहा है. अब प्रदेश नेतृत्व इस पर निर्णय लेगा. सभी पक्षों को कुछ न कुछ पद देकर मनाने की कोशिश चल रही है.
जिला कमेटी को लेकर भाजपा समर्थक सोशल मीडिया को अपना हथियार बना रहे हैं. संभावित पदाधिकारियों के पक्ष और विपक्ष में तरह-तरह की पोस्ट डाल रहे हैं. निजी आरोप तक लगाये जा रहे हैं. अनुशासन का दंभ भरने वाली पार्टी में अनुशासन तार-तार हो रहा है. खुद महानगर अध्यक्ष के खिलाफ पोस्ट डाले जा रहे हैं. कोई किसी की बात सुनने को तैयार नहीं है. प्रदेश कमेटी भी ऐसे मुद्दों पर खामोश है.
Posted By : Samir Ranjan.