Dhanbad Judge murder case Update धनबाद : जज उत्तम आनंद मौत मामले का खुलासा सीबीआइ जल्द से जल्द करना चाहती है. रविवार को भी सीबीआइ ने घटनास्थल पर सीन रिक्रिएट किया. सीबीआइ टीम ऑटो चालक लखन वर्मा व राहुल वर्मा को घटनास्थल पर लेकर गयी. जिस ऑटो से टक्कर हुई थी, उसे भी एक 407 वाहन से लाया गया. घटनास्थल पर ऑटो को चालू किया गया. लखन ने ऑटो चलाया व राहुल उसकी बगल में बैठा. एक सीबीआइ कर्मी उसी तरह वॉक कर रहा था, जैसे न्यायाधीश मॉर्निंग वॉक कर रहे थे.
लखन ने सीबीआइ कर्मी को उसी जगह पर टक्कर मारकर दिखाया, जैसे पूर्व में घटना हुई थी. हालांकि यह टक्कर नकली थी. उसी वक्त सीबीआइ कर्मी ने जमीन पर गिरकर देखा, कैसे न्यायाधीश को चोट लगी. सीबीआइ ने क्राइम सीन दोहरा कर साक्ष्य जुटाने की कोशिश की.
सीबीआइ ने सीन रिक्रिएट करने में इस बात का ध्यान रखा कि जिस वक्त 28 जुलाई की सुबह पांच बजकर 12 मिनट पर घटना हुई, उसे उसी समय दोहराया जाये. रविवार काे सीन रिक्रिएट करने का समय भी लगभग वही था. हालांकि जांच देर सुबह नौ बजे तक चलती रही.
सीबीआइ ने पता करने का प्रयास किया कि आखिर जज उत्तम आनंद की मौत कैसे हुई. थ्री डी लेजर तकनीक का इस्तेमाल करते हुए आॅटो की गति, सड़क पर उसका घुमाव, सड़क की स्थिति, ब्रेक लगा था या नहीं, जज धक्का लगने के बाद कैसे गिरे समेत अन्य तथ्यों को दोहराया गया.
धनबाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश आठ उत्तम कुमार आंनद की मौत के मामले में जांच कर रही सीबीआइ की टीम रविवार शाम में हजारीबाग शिवपुरी स्थित उनके आवास पर पहुंची. पिता सदानंद प्रसाद और भाई सुमन आनंद से सीबीआइ अधिकारियों ने एक घंटे से अधिक समय तक बातचीत की. उन्होंने उत्तम आनंद की पोस्टिंग से संबंधित जानकारी ली.
सीबीआइ टीम ने ऑटो के आगे की बॉडी व मिरर से किसी को कितनी जोर से धक्का लग सकता है, हर एक एंगल को नोट किया. सीबीआइ अपने एंगल व पोस्टमार्टम रिपोर्ट का मिलान करवायेगी. मिलान के बाद ही यह पक्का हो पायेगा कि ऑटो से टक्कर लगी है या फिर किसी हथियार से प्रहार किया गया.