Jharkhand News: कोलकाता कैश मामले में झारखंड कांग्रेस के निलंबित तीन विधायकों से पार्टी ने स्पष्टीकरण मांगी है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति की बैठक मंगलवार को रांची में हुई. अनुशासन समिति के चेयरमैन सह धनबाद जिलाध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह ने इस बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने कहा कि संगठन में अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
सात दिनों के अंदर तीनों विधायकों से जवाब-तलब
श्री सिंह ने कहा कि बंगाल केस कांड में कांग्रेस के तीन विधायकों को हिरासत में लिया गया था. इस पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार उन्हें निलंबित कर संबंधित मामले को लेकर सात दिनों के अंदर जवाब मांगा था. वह हिरासत में होने के कारण अपना जवाब देने में असमर्थ रहे. उक्त मामले को झारखंड प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति में भेजा गया है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति ने संबंधित मामले को लेकर तीनों विधायकों से सात दिनों के अंदर जवाब तलब किया है. बैठक में अनुशासन समिति के सदस्य केशव महतो, कमलेश, कालीचरण मुंडा, अनादि ब्रह्म, शमशेर आलम व अमूल्य नीरज खलको आदि रूप से उपस्थित थे.
तीनों विधायकों ने साजिश दिया करार
बता दें कि हावड़ा जेल से बाहर आये झारखंड कांग्रेस के तीनों विधायक डॉ इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी ने इसे एक साजिश करार दिया. कहा कि माफिया-दलाली करनेवालों ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसी कारण उनलोगों को जेल भेजा गया. मालूम हो कि नगद के साथ गिरफ्तार होने पर कांग्रेस पार्टी ने तीनों विधायकों को सस्पेंड कर दिया है. इन विधायकों को गत 30 जुलाई, 200 को हावड़ा ग्रामीण पुलिस ने 40 लाख से अधिक कैश के साथ गिरफ्तार किया था.
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कलकत्ता हाईकोर्ट ने तीनों विधायकों को सशर्त दी थी जमानत
मालूम हो कि कलकत्ता हाईकोर्ट ने पिछले दिनों तीनों विधायकों को सशर्त पर रिहा करने का आदेश पारित किया था. इसके तहत पहले डॉ इरफान अंसारी जेल से बाहर निकले. इसके बाद सोमवार को अन्य दो विधायक राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी भी जेल से बाहर निकले.
Posted By: Samir Ranjan.