झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह की स्थिति गंभीर हो गयी है. उनके परिजनों के अनुसार एसएनएमएमसीएच में पिछले सात दिनों से भर्ती पूर्व विधायक को 48 घंटे से यूरिन डिस्चार्ज नहीं हो रहा है. दूसरी तरफ, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सह पूर्व विधायक की पत्नी रागिनी सिंह ने एसएनएमसीएच के अधीक्षक को पत्र लिख कर अपने पति को इलाज के लिए अविलंब किसी बड़े निजी अस्पताल में शिफ्ट कराने की मांग की है. सूत्रों के अनुसार पूर्व विधायक ने पिछले सात दिनों से अस्पताल में कुछ भी खाया नहीं है. पानी भी नहीं पी पा रहे हैं. स्लाइन के जरिये ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है. परिजनों का कहना है कि स्थिति गंभीर है. पिछले दो दिनों से पेशाब तक नहीं हो रहा है.
पत्नी रागिनी सिंह ने कहा कि राजनीतिक दबाव में उनके पति का उपचार नहीं हो रहा है. जेल एवं अस्पताल प्रशासन पक्षपात कर रहा है. उन्होंने सोमवार को एसएनएमएमसीएच अधीक्षक को पत्र लिख कर कहा कि उनके पति को तत्काल निजी अस्पताल में रेफर करें. इलाज में जो भी खर्च आयेगा उसको वहन करने को तैयार हैं. कहा कि उनके पति संजीव सिंह को मेडिकल बोर्ड द्वारा रिम्स रांची रेफर किया गया है. लेकिन, रिम्स रांची में उनके पति की जान का खतरा है. वहां गलत इलाज कर कोई बड़ी अनहोनी घट सकती है. इसको देखते हुए रांची रिम्स को छोड़कर किसी भी सुपर स्पेशयलिटी हॉस्पिटल में इलाज कराने की आपके द्वारा अनुशंसा की जाये. ताकि उनका सही उपचार हो सके.
आज कोर्ट में हो सकती है सुनवाई
पूर्व विधायक को बेहतर उपचार के लिए किसी बड़े अस्पताल में ले जाने को ले कर उनकी पत्नी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. श्रीमती सिंह ने कहा कि न्यायालय से हस्तक्षेप करने की अपील की गयी है. मंगलवार को कोर्ट में इस मामले में सुनवाई हो सकती है.