दुमका. क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी मनिता ने कहा है कि अगर पासपोर्ट वेरिफिकेशन में धनबाद पुलिस ईमानदारी बरतती तो गैंगस्टर प्रिंस खान फर्जी तरीके से पासपोर्ट बना कर देश छोड़ कर नहीं भाग सकता था. उसकी जांच रिपोर्ट में पुलिस ने नहीं लिखा था कि उसके खिलाफ कोई क्रिमिनल केस लंबित है. नागरिकता वाले कॉलम में लिखा था कि आवेदक घर पर नहीं था.
शनिवार को दुमका में संताल परगना पुलिस के साथ आयोजित एक कार्यशाला में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में बरती जानेवाली सावधानी पर ध्यान दिलाया. कहा कि पासपोर्ट वेरीफिकेशन के दौरान पुलिस अधिकारी कुछ भी लिखकर एडवर्स न कर दें. कैजुएल एप्रोच नहीं रखें. संबंधित शख्स की पूरी जानकारी तथ्य के साथ दें. कहा कि धनबाद का एक गैंगस्टर प्रिंस खान देश छोड़कर भाग गया. उसका 2021 में हैदर अली के नाम से पासपोर्ट इश्यू हुआ था.
मार्च 2023 में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय को धनबाद पुलिस की चिट्ठी आयी कि इस गैंगस्टर को पुलिस की एडवर्स रिपोर्ट के बावजूद कैसे पासपोर्ट इश्यू कर दिया गया. एक पल के लिए पासपोर्ट कार्यालय को भी लगा था कि ऐसी गलती उनके कार्यालय से कैसे हो गयी. लेकिन जब दस्तावेज की जांच करायी गयी, तो पाया गया कि नागरिकता के कॉलम में लिखा हुआ था कि आवेदक अपने पते पर नहीं पाया गया.
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मिनिस्ट्री का इंस्ट्रक्शन है कि ऐसे बेतुके जवाब को इंटरटेन नहीं करना है. अगले कॉलम में उसके केस का ब्यौरा भी देना था. क्रिमिनलिटी की किसी बात का उल्लेख नहीं था. पुलिस ने सही वेरिफिकेशन किया होता, तो यह चूक न होती. इसलिए पुलिस ईमानदारी से वेरिफिकेशन करे. वेरिफिकेशन में वह फोटो रहे, जिसे हमने खींचा है, आवेदक ने प्राेवाइड किया है, वह नहीं.