धनबाद नगर निगम क्षेत्र में गुरुवार से कचरा का उठाव बंद हो गया. बीसीसीएल में कार्य कर रही एक आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा झरिया के बनियाहीर में ओबी डंप किये जाने के चलते यह संकट पैदा हुआ है. दरअसल, कचरा डंप करने के लिए अब निगम के पास कोई स्थल ही नहीं बचा है. ऐसे में कचरा उठानेवाली एजेंसी रैमकी ने डोर टू डोर और बाजार-हाट से कचरा उठाव बंद करने का फैसला किया है. रैमकी की मानें तो डंप स्थल नहीं होने के कारण उठाव बंद किया गया है. रैमकी ने नगर निगम को इसकी लिखित जानकारी दे दी है. पहले दिन लगभग 500 टन कचरा निगम क्षेत्र में जहां-तहां डंप हो गया. अगर एक-दो दिन यही हालात रहे, तो शहर की सड़कें व गलियां कूड़ाघर बन जायेंगी. निगम के अधिकारियों की मानें तो बीते 12 सालों से बनियाहीर में जिस जगह कचरा डंप हो रहा था, वहां बीसीसीएल में कार्य कर रही एक आउटसोर्सिंग कंपनी भी ओबी डंप करने लगी है. लिहाजा, वहां कचरा डालने में परेशानी हो रही है.
रैमकी की कचरा गाड़ी का ग्रामीणों ने किया विरोध
बनियाहीर डंपिंग स्थल से थोड़ी दूरी पर एक खाली जमीन है. जब रैमकी की गाड़ी वहां कचरा डंप करने पहुंची, तो ग्रामीण विरोध करने लगे. ऐसे में नगर निगम के लिए कचरे का निबटारा करना परेशानी का सबब बन गया है. अधिकारियों की मानें तो जमीन के लिए बीसीसीएल से बातचीत चल रही है. जब तक कचरा डंपिंग प्वाइंट की व्यवस्था नहीं हो जाती है, निगम क्षेत्र में कचरा का उठाव संभव नहीं होगा.
जहां जमीन मिली, वहां विरोध सामने आया
13 सालों से नगर निगम कचरा डंपिंग के लिए जमीन ढूंढ़ रहा है. 2010 में पुटकी में बीसीसीएल की जमीन मिली थी, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण डंपिंग शुरू नहीं हो सकी. इसके बाद सिंदरी, टुंडी, बलियापुर आदि जगहों पर भी जमीन मिली, लेकिन कुछ न कुछ विवाद के कारण मामला लटक गया. रघुनाथपुर में निगम को जमीन मिली. जमीन हस्तांतरित भी कर दी गयी. लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण काम शुरू नहीं हो सका.
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कचरा डंपिंग के लिए बीसीसीएल से बातचीत चल रही है. चार अगस्त को वार्ता होगी. अगर कचरा डंप करने की जगह नहीं मिली, तो स्थिति नारकीय हो जायेगी. वर्षों से बीसीसीएल की बंद खदान बनियाहीर में कचरा डंप किया जा रहा था. अब वहां आउटसोर्सिंग कंपनी का ओबी डंप हो रहा है. दो दिनों से बनियाहीर में कचरा डंप नहीं हो पा रहा है.
-प्रकाश कुमार, सहायक नगर आयुक्त