Dhanbad News: ‘मुझे मरना ही है. पिछले सात सालों से मैं इस तनाव में हूं. नौवीं व 10वीं में काफी बीमार था. तब लगा मैं मर जाऊंगा. फिर JEE की तैयारी के समय बीमार था. मैं आज भी ऐसी बीमारियों से पीड़ित हूं, जिससे लगता है कि मर जाऊंगा. जब मुझे मरना ही है, तो मैं पढ़ाई करके क्या करूंगा. इसलिए संस्थान छोड़कर जा रहा हूं. मैं तनाव में हूं. लेकिन मुझमें इतनी हिम्मत नहीं कि मैं आत्महत्या कर लूं.’ यह मैसेज लिख धनबाद आइआइटी आइएसएम में मैथ एंड कंप्यूटिंग विभाग के अंतिम वर्ष के छात्र पेनम यशंवत सूर्या ने 13 नवबंर की शाम संस्थान छोड़ दिया. उसने संस्थान छोड़ने से पहले तेलुगु भाषा में यह व्हाट्सऐप मैसेज अपने पिता को भेजा था.
मैसेज में लिखा है कि वह अपने साथ कोई जरूरी सामान लेकर नहीं जा रहा है. वह बहुत दूर जा रहा है, जहां उसे कोई खोज न सके. मैसेज के बारे में संस्थान के अधिकारियों और पुलिस को जानकारी तब मिली, जब पेनम के मोबाइल की जांच की गयी. पुलिस ने मंगलवार शाम संस्थान के डायमंड हॉस्टल के कमरा- 112 की जांच की. वहां से उसका लैपटॉप और मोबाइल मिला, जिसकी जांच की गयी है.
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पेनम आंध्र प्रदेश के गुडूर नेल्लोर का रहनेवाला है. उसके परिजन मंगलवार की देर रात आइआइटी आइएसएम पहुंचे. पेनम के पिता ने 14 नवंबर की सुबह डायमंड हॉस्टल के वार्डन डॉ राज किरण को फोन कर बताया कि वह अपने पुत्र से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं. वार्डन छात्र के कमरे तक गये तो देखा कि वह बंद है. उन्होंने प्रबंधन को जानकारी दी. छात्र का कमरा खोला गया. उसका मोबाइल और लैपटॉप कमरे में ही था. हॉस्टल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया तो छात्र रविवार की रात 8:56 बजे मेन गेट से बाहर निकलते दिखा. लौटने का कोई फुटेज नही है. पुलिस ने उसकी खोज शुरू कर दी है. सोमवार को प्रबंधन ने धनबाद थाने में इस बाबत शिकायत दर्ज करायी.
पेनम यशंवत सूर्या के बारे में बताया जा रहा है कि वह पढ़ाई में कमजोर था. सबसे अलग रहता था. अक्सर गुमशुम रहता था. तनाव में रहने की बात कही जा रही है. इस कारण उसका पढ़ाई पर ध्यान नहीं था.