Indian Railways News: रेलयात्री कृपया ध्यान दें. यात्रा के दौरान आवश्यक दवाएं साथ रखें. रेलयात्रा के दौरान अगर तबीयत बिगड़ी, तो इलाज करने के लिए कोई चिकित्सक नहीं मिलेंगे. धनबाद रेल मंडल (Dhanbad Railway Division) का स्वास्थ्य विभाग विभागीय लापरवाही के कारण इनदिनों खुद बीमार है.
धनबाद रेल मंडल का चार राज्यों में विस्तार
जानकारी के अनुसार, पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) का सबसे कमाऊ पूत धनबाद रेल मंडल है. धनबाद रेल मंडल का इलाका बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश तक फैला हुआ है. रेलयात्रियों, रेलकर्मियों तथा उनके परिजनों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए मंडल के अंतर्गत डिविजनल रेल अस्पताल धनबाद, सब डिविजनल अस्पताल पतरातू के अलावे कुल 16 स्वास्थ्य केंद्र है. जबकि चिकित्सक मात्र गोमो (मुख्य) कोडरमा, बरकाकाना तथा चौपन के स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित हैं. वहीं गझंडी, हजारीबाग रोड, गोमो (लोको), भूली, धनबाद (लोको), पाथरडीह, कतरासगढ़, पतरातू (डीजल), टोरी, बरवाडीह, गढ़वा रोड तथा सिंगरौली का स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सक विहीन है.
यात्रा के दौरान तबीयत बिगड़ी, तो भगवान ही मालिक
चिकित्सक विहीन स्वास्थ्य केंद्रों पर कर्मचारी बैठ कर प्रतिदिन अपनी ड्यूटी को पूरा कर रहे हैं. पतरातू से सिंगरौली के बीच 402 किमी की दूरी है. इसके बीच तीन चिकित्सक विहीन स्वास्थ्य केंद्र है. यात्रा के दौरान किसी यात्री की तबीयत बिगड़ी, तो यात्री को दर्द से छटपटाते रहना होगा या बीच के किसी स्टेशन पर यात्रा समाप्त कर प्राइवेट डॉक्टर के शरण में जाना होगा. इस दौरान अनहोनी की घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. भारतीय रेल यात्रियों की सेवा में सदैव तत्पर है. यह भारतीय रेल का स्लोगन है. भारतीय रेल अपने रेलयात्रियों को किस प्रकार चिकित्सीय सुविधा पहुंचाने में सक्षम है. इसका सहजता से अंदाजा लगाया जा सकता है.
सर्जन विहीन है धनबाद रेल मंडल
धनबाद रेल मंडल में कार्यरत कर्मचारी को अपनी इलाज के दौरान ऑपरेशन कराने की नौबत आ गई, तो रेल अस्पताल में ऑपरेशन भी नहीं होगा. क्योंकि धनबाद रेल मंडल का अस्पताल सर्जन विहीन है. कर्मचारियों को ऑपरेशन कराने के लिए रेल से टाईअप प्राइवेट अस्पताल रेफर कर दिया जाता है.
महाप्रबंधक के साथ बैठक इन मुद्दे उठेंगे
इस संबंध में ECRKU के अपर महामंत्री मो जियाउद्दीन ने कहा कि धनबाद रेल मंडल में स्वास्थ्य विभाग की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है. लैब का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त है. बरकाकाना में 10 माह से एम्बुलेंस नहीं है. चिकित्सकों की घोर कमी है. इन सभी समस्याओं को महाप्रबंधक के समक्ष मीटिंग में प्रमुखता से उठाएंगे.
रिपोर्ट : बेंक्टेश शर्मा, गोमो, धनबाद.