बलियापुर (धनबाद), शेख कलीम : छात्र नेता जयराम महतो ने रविवार को एक नयी राजनीतिक पार्टी बनायी है. इस पार्टी का नाम झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) रखा है. वहीं, इस पार्टी का चिह्न टाइगर रखा है. जयराम इस पार्टी के अध्यक्ष बने हैं. नयी पार्टी की घोषणा के साथ ही उन्होंने झारखंड के सभी लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान भी किया. साथ ही कहा कि जब तक 1932 का खतियान लागू नहीं हो जाता, तब तक चुपचाप नहीं बैठेंगे.
लोकसभा और विधानसभा चुनाव में ताल ठोंकने का ऐलान
रविवार, 18 जून 2023 को बलियापुर के हवाई पट्टी मैदान में राज्य स्तरीय अधिवेशन में सर्वसम्मति जेबीकेएसएस गठन का फैसला किया गया. 2024 के लोकसभा एवं विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए सर्वसम्मति से जेबीकेएसएस पार्टी बनायी गयी. भीषण गर्मी के बावजूद राज्य के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग अधिवेशन में शामिल हुए.
शहीदों के अरमानों का झारखंड नहीं बन पाया : जयराम महतो
अधिवेशन को संबोधित करते हुए छात्र नेता से राजनेता बने जयराम महतो ने कहा कि शहीदों के अरमानों का झारखंड नहीं बन पाया है. झारखंड के लिए झारखंडियों ने कुर्बानियां दीं. बाहर के लोग यहां राज कर रहे हैं. जिसको अपना समझ कर राजकाज सौंपा, पूरे झारखंड की जनता को निराश कर रहे हैं. संप्रदायवाद, पूंजीवाद के रास्ते झारखंड की जनता को बरगलाया जा रहा है. जब तक 1932 का खतियान लागू नहीं हो जाता, तब तक जेबीकेएसएस चुपचाप नहीं बैठेगी.
जमीन हमारी गयी और नियाेजन दूसरे राज्य के लोगों को
उन्होंने कहा कि हमारी जमीन गयी और नियोजन दूसरे राज्य के लोगों का हो रहा है. यहां के सांसद गांव के लोगों के वोट से चुने गए हैं और हक दिलाने के समय चुपचाप रहते हैं. यह होने नहीं देंगे. जनता अपने हक अधिकार के लिए आंदोलन जारी रखेगी. कहा कि पूरे झारखंड में यहां के लोगों की जमीन को औने-पौने भाव में लिया गया है. लोगों को बेवकूफ बनाया गया है. बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपनी जमीन बेचकर स्टेशनों व बाजारों में भीख मांगने को मजबूर हैं. कहा कि जल, जंगल, जमीन को बचाने की जरूरत है. किडनी बेच देना मगर अपने पूर्वजों की जमीन को कभी नहीं बेचना.
बिनोद बिहारी महतो के नारों को साकार करना है : मोतीलाल महतो
वहीं, मोतीलाल महतो ने कहा कि यहां की भाषा-संस्कृति को चोट पहुंचाने का काम किया गया है. भौगोलिक आधार, संस्कृति को नष्ट करने वाले बाहरी लोग हमेशा से लगे हुए हैं. डेढ़ साल का आंदोलन पूरे झारखंड में फैल गया है. उलगुलान शुरू हो गया है. कांग्रेस, झामुमो, भाजपा, आजसू इन सभी ने यहां की भाषा-संस्कृति को चोट पहुंचाने का काम किया है. हमें लड़ना है. बिनोद बाबू के नारों को साकार करना है.
अध्यक्ष चुने गए जयराम महतो
जयराम महतो जेबीकेएसएस के सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने गये. लोगों ने उन्हें माला पहनाकर स्वागत किया. इस मौके पर बलियापुर प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष आशीष महतो, उपाध्यक्ष कुश महतो, कमलेश महतो, धनंजय मिर्धा, चंद्रमोहन, रंजीत, आत्माराम, प्रकाश, राजू, देवदास धीवर, दिनेश, राकेश, मथुर, संजय, संदीप, बिरजू, मुक्तेश्वर, संजय कुमार महतो, प्रदीप महतो आदि सक्रिय रहे.
अधिवेशन में रही ऐतिहासिक भीड़
राज्य स्तरीय महाधिवेशन में जुटी भीड़ को ऐतिहासिक माना जा रहा है. बैठने के लिए जो पंडाल बनाया गया था, वह तो भर ही गया था. पंडाल के बाहर भी काफी भीड़ थी. लोगों के लिए मेडिकल सुविधा समेत चना-गुड़ की व्यवस्था की गयी थी.
अधिवेशन में इनकी रही उपस्थिति
अधिवेशन की अध्यक्षता रांची के दीपक महतो ने की. संचालन दिनेश साहू, प्रवेश महतो ने किया. अन्य वक्ताओं में देवेंद्र नाथ महतो, मनोज यादव, राजेश, महावीर स्वामी, मनोज यादव, सुनील महतो, सृजन, हमरू दा, देवी महतो, पूजा कुमारी, उषा महतो, संजय मेहता, सनी तिग्गा, दीपक कुमार, ख्वाजाद्दीन अंसारी, रेवती महतो, देवेंद्र नाथ महतो, सावित्री कर्मकार, बेबी महतो आदि शामिल हैं.