Dhanbad News: देश के विभिन्न बिजली संयंत्रों को ऊर्जा के लिए कोयला सप्लाई करनेवाले धनबाद में बिजली के लिए हाहाकार मचा हुआ है. इस कोयला नगरी में पारा सोमवार को 42 डिग्री सेल्सियस था. ऐसी गर्मी में 24 घंटे में 12 से 14 घंटे ही बिजली मिल रही है. यह हालत तब है जब डीवीसी तथा अन्य स्रोतों से विभाग को मांग के अनुरूप बिजली मिल रही है. जिले में कोई घोषित लोड शेडिंग भी नहीं है, पर यहां जीरो पावर कट के तमाम दावे फेल हैं. जो सक्षम हैं वो जेनसेट के भरोसे घर, अपार्टमेंट, व्यवसाय व संस्थान चला रहे हैं. जिला मुख्यालय के पेट्रोल पंपों की माने तो अभी प्रति दिन 1.05 करोड़ रुपये का अतिरिक्त डीजल लोग जेनसेट पर खर्च कर रहे हैं. इससे लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है. वहीं दूसरी ओर जो सक्षम नहीं हैं, उनके व्यवसाय पर इसका असर साफ दिख रहा है. खास बात यह कि परीक्षा के इस मौसम में बिजली नहीं होने का असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ा है. वहीं दूसरी ओर पदाधिकारियों का कहना है कि मांग के अनुरूप मिल रही है बिजली. फिर कहां है चूक, क्यों हो रही है दिक्कत, पढ़ें प्रभात खबर की पड़ताल.
सोमवार को शहर के पॉलिटेक्निक, सरायढेला और भूली सब स्टेशन क्षेत्र में सबसे अधिक परेशानी रही. बिजली विभाग के सिस्टम पर लोड बढ़ने के कारण ट्रिपिंग और लो वोल्टेज की समस्या आ रही है. सोमवार की सुबह से ही शहर के अलग-अलग इलाकों में बिजली गुल होने का सिलसिला शुरू हो गया था. बिजली का आना-जाना देर रात तक लगा रहा.
पुटकी पावर हाउस के कंट्रोल पैनल में आग लग जाने के कारण आधे शहर में बिजली आपूर्ति ठप हो गयी. अपराह्न करीब तीन बजे आग लगने के बाद बिजली आपूर्ति बंद हो गयी. मरम्मत के बाद शाम 7.30 बजे से पावर सप्लाई शुरू की गयी. इस वजह से साढ़े चार घंटे बिजली गुल रहने के बाद बिजली लौटी, तो लोड बढ़ गया. इस कारण बिजली विभाग का सिस्टम भी फेल होने लगा. ऐसे में पावर सप्लाई को कंट्रोल करने के लिए बार-बार बिजली काटी जा रही थी. इधर, खराबी के कारण गणेशपुर सर्किट से पावर सप्लाई बाधित हो गयी. इसी सर्किट से जुड़े मनईटांड़ सबस्टेशन से भी पावर सप्लाई बाधित हो गयी. इसी बीच गोधर में लो वोल्टेज की समस्या आ गयी. इस वजह से परेशानी रात तक रही.
बिजली संकट के चलते यहां के औद्योगिक इकाई, शॉपिंग मॉल व मार्केट कॉम्प्लेक्स में जेनरेटर अधिक चलने लगे हैं. लिहाजा डीजल की खपत बढ़ गयी है. एक दिन में धनबाद जिले में 1,09, 200 लीटर (लगभग) डीजल की बिक्री बढ़ गयी है. यानी 1.05 करोड़ के डीजल की अधिक बिक्री हो रही है. पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अनुसार धनबाद जिले में 156 पेट्रोल पंप हैं. यहां में एक माह में लगभग 17 हजार केएल डीजल व 5600 केएल पेट्रोल की बिक्री होती है. इधर, एक सप्ताह में लगातार हो रहे बिजली कट से पेट्रोल पंपों में प्रतिदिन औसतन 700 से 800 लीटर डीजल की बिक्री बढ़ गयी है.