धनबाद : ऑटो से सफर करनेवाले शहरवासियों को सोमवार को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. सड़क पर जरूरत के हिसाब से कम संख्या में ऑटो चलने से लोगों को इंतजार करने के साथ-साथ अपने गंतव्य तक पहुंचने में विलंब हो सकता है. दरअसल, मात्र 200 ऑटो संचालक ही रविवार को जिला परिवहन पदाधिकारी कार्यालय से परिचालन का परमिट ले गये.
ऑटो की इस तादाद को शहर की सड़कों पर यात्रियों को ढोने के लिए नाकाफी माना जा रहा है. यही नहीं, रूट निर्धारण के पहले दिन इन्हीं ऑटो चालकों पर शहर के हजारों यात्रियों का भार होगा. इस वजह से भी सोमवार को यात्रियों को परेशानी हो सकती है. वैसे डीटीओ कार्यालय का कहना है कि परमिट देने की प्रक्रिया सोमवार को भी जारी रहेगी.
याद रहे कि परमिट के लिए 1800 ऑटो संचालकों ने आवेदन किया था. हालांकि जिला प्रशासन ने पहले 1300 ऑटो को ही चलाने का निर्देश दिया था. बाद में इनकी संख्या बढ़ाकर 1500 कर दी थी. ऑटो यूनियनों ने अपने-अपने संघ से संबद्ध ऑटो का नंबर परमिट के लिए दिया था. इनमें से मात्र 667 के कागजात सही मिले.
रविवार को जिन ऑटो को परमिट दिया गया, उन्हें क्यूआर कोड का एक स्टीकर भी दिया गया. इसमें ऑटो के रूट के साथ-साथ अन्य जानकारियां भी होंगी. क्यूआर कोड स्केन करते ही ऑटो की पूरी हिस्ट्री सामने आ जायेगी. जिला प्रशासन की मानें तो सोमवार से ऑटो के सामने प्रारंभ व अंतिम पड़ाव का जिक्र करना अनिवार्य हो जायेगा. चालकों को अपने पास ड्राइविंग लाइसेंस तथा ऑटो के सभी कागजात रखने होंगे. चालकों को निर्धारित ड्रेस कोड यानी स्काई ब्लू शर्ट एवं ब्लैक पैंट पहन कर ही ऑटो का परिचालन करना होगा.
Posted By : Sameer Oraon