Jharkhand News : धनबाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भू-अर्जन मुआवजा घोटाला में शुक्रवार को दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की. एसीबी ने कुल 126 लोगों को आरोपी बनाया है. ये मामले गोलकडीह मौजा और आइआइटी आइएसएम से जुड़े हैं. धनबाद के रमेश राही की शिकायत पर एसीबी ने साल 2015 में पीइ (प्रीलिमिनरी इंक्वायरी)-16/15 दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू की थी. जांच में अनियमितता की पुष्टि होने पर दोनों प्राथमिकी दर्ज की गयी है. गोलकडीह मौजा की अधिग्रहीत भूमि पर मकान के बदले मुआवजा भुगतान में अनियमितता में कुल 116 लोगों को आरोपी बनाया गया है. वहीं आइआइटी आइएसएम मामले में कुल 10 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
गोलकडीह में 6.65 एकड़ भूमि का हुआ था अधिग्रहण : गोलकडीह मौजा में कुल 6.65 एकड़ भूमि का अधिग्रहण हुआ था. इसमें मकान के मुआवजा के तौर पर 21588629 रुपये का भुगतान किया गया था. जांच में काफी गड़बड़ी पायी गयी है. एसीबी ने कई बड़े अधिकारियों समेत कुल 116 लोगों को आरोपी बनाया है. इनमें तत्कालीन जिला भू-अर्जन पदाधिकारी लाल मोहन नायक, प्रभारी कानूनगो विजय कुमार सिंह, अमीन साधुशरण पाठक, श्यामापद मंडल, रामाशंकर प्रसाद, जिला भू-अर्जन कार्यालय के तत्कालीन नाजिर मो जिलानी (अब सेवानिवृत्त), भवन प्रमंडल के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता राजकुमार प्रसाद (अब सेवानिवृत्त), तत्कालीन सहायक अभियंता अरुण कुमार सिंह, तत्कालीन कनीय अभियंता जगतानंद प्रसाद, अधिवक्ता रमेश कुमार महतो शामिल हैं.
आइआइटी आइएसएम के लिए ली थी 3.02 एकड़ भूमि : आइआइटी आइएसएम के विस्तारीकरण के लिए अधिग्रहीत भूमि के बदले मुआवजा भुगतान में कई तरह की अनियमितता बरती गयी है. भू-अर्जन विभाग ने लगभग 3.02 एकड़ भूमि अधिग्रहित की थी. इसके लिए 99794266.41 रुपये का भुगतान हुआ था. मामले में कई पदाधिकारियों समेत 10 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इनमें तत्कालीन जिला भू-अर्जन पदाधिकारी उदयकांत पाठक, तत्कालीन जिला भू-अर्जन पदाधिकारी श्रीनारायण विज्ञान प्रभाकर, हीरापुर पार्क मार्केट दत्ता टावर निवासी सुषमा प्रसाद, पटना कंकड़बाग निवासी केदारनाथ वर्मा, एलसी रोड ऑफिसर्स कॉलोनी निवासी कृतेंद्र कुमार कौशिक, साउथ गोविंदपुर सोनारडीह के रवींद्र नाथ सिंह, सरायढेला कुसुम विहार निवासी तनुजा सिंह, कुसुम विहार निवासी अभिषेक कुमार व वीरेंद्र कुमार मिश्रा शामिल हैं.
गोलकडीह मामले में अन्य आरोपी : गोलकडीह घोटाला मामले में प्रियंका कुमारी, सोनी कुमारी, बेबी देवी, गुड़िया कुमारी, पिंकी कुमारी, संजय कुमार दास, रूबी देवी, अगनता देवी, कार्तिक भंडारी, भीम महतो, बासुदेव महतो, प्रमिला देवी, सतीश महतो, माधव महतो, मलय कुमार पाल, अलका देवी, विजिंद्र सिंह, सहदेव महतो, अशोक प्रमाणिक, विमल रवानी, नौमी देवी, कोमल कुमारी, गीता देवी, मंगल सहिस, दिनेश भारती, बिंदा देवी, किशोर महल, विश्वनाथ मंडल, प्रिंस कुमार वर्णवाल, दिलीप साह, सखीकांत प्रमाणिक, महेश महतो, बुलेट महतो, राधे यादव, पुतुल देवी, जबा महतो, बादल महतो, बीरबल महतो, प्रदीप महतो, निरंजन महतो, कैलाश महतो, लक्ष्मीकांत महतो, महादेव महतो, प्रेम कुमार, अंजनी कुमारी, अनीता देवी, गोपाल महतो, मिथुन रवानी, प्रमेश्वर तिवारी, आशिष घोष, स्वप्न, राजेश भारती, अशोक कुमार महतो, विक्की कर्मकार, जूली कुमारी, प्रतिमा देवी, सुनीता देवी, अनिल साह, रश्मि अग्रवाल, ऋति अग्रवाल, मोहित महतो, पूनम कुमारी, कविता कुमारी, निवेश कुमार, अनीता आर्या, राजेश कुमार, जयप्रकाश राजभर, विक्की आर्या, जितेंद्र शर्मा, रूपा कुमारी, कुंती मल्लाहीन, आनंद महतो, अमिंद्र महतो, एकर दास, सुधीर कुमार, बादत चंद्र गोरयानी, लखीराम महतो, रूमा देवी, नारायणी देवी, आशा देवी, अशोक गुप्ता, मुटुक महतो, प्रदीप कुमार, शकुंतला देवी, तारागुणी कुमारी, सोनी कुमारी, पदमा सिंह, आभा कुमारी, शिला चौधरी, रीना कुमारी, भानू देवी, अजीत महतो, सुनीता देवी, बेनिया महताईन, संजय महतो, सुनीता देवी, अजय कुमार सिंह, लालटू मालाकार, दिलीप कुमार, मीना देवी, देवानी कुमारी, रंजू सिंह, शोभा कुमारी, रीना मजूमदार, ज्योति देवी, सुजाता कुमारी एवं अन्य.
Posted By : Guru Swarup Mishra