National Pollution Control Day 2020 : धनबाद : झारखंड में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बनाया गया है, लेकिन अब तक इसका कोई खास असर नहीं दिखा. देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में झारखंड की कोयला नगरी धनबाद का झरिया टॉप पर है. ग्रीन पीस इंडिया की रिपोर्ट ने इसी वर्ष इस पर मुहर लगा दी है. दो दिसंबर को प्रति वर्ष राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है, ताकि लोग जागरूक हों और इस पर नियंत्रण पाया जा सके. एक बार फिर प्रदूषण से छुटकारा को लेकर धनबाद नगर निगम की ओर से कवायद शुरू की जायेगी.
धनबाद को प्रदूषण से छुटकारा दिलाने के लिए नगर निगम द्वारा नेशनल क्लीयर एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) के तहत झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मिले 10 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. पहली किस्त के रूप में तीन करोड़ रुपया निगम को मिले हैं. इसके तहत डस्ट का उठाव, पानी का छिड़काव, जगह-जगह पौधरोपण और जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. आपको बता दें कि केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने देश के 23 राज्यों के 122 शहरों में प्रदूषण के स्तर से निपटने के लिए नेशनल क्लीयर एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) बनाया है. इसमें झारखंड का धनबाद भी शामिल है.
Also Read: सीएम हेमंत सोरेन इन स्कूलों को देंगे मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार
प्रदूषण पर रोक के लिए ये कदम उठाये जायेंगे. कोलियरी व ओपनकास्ट माइनिंग से निकलने वाले वाहन ढंके होने चाहिए. जगह-जगह वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी कंटीन्यूअस एंबिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम (सीएएमक्यूएमएस) की स्थापना होगी. मोबाइल इंफोर्स यूनिट (एक गाड़ी और एक स्टाफ), जो प्रदूषण के कारकों पर नजर रखेगा. प्रदूषित इलाकों एवं खाली जगह पर पौधरोपण किया जायेगा. खुले स्थानों, पार्क और सड़क किनारे पौधरोपण किया जायेगा. कचरे का सही तरीके से निस्तारण होगा. हरियाली को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. 15 साल पुरानी गाड़ियों पर रोक लगेगी.
Also Read: ठीक से मैदान तक की सुविधा नहीं, लेकिन झारखंड के हॉकी खिलाड़ी कुंदन ने जिद से जीते कई मेडल्स
प्रदूषण नियंत्रण को लेकर धनबाद एक्शन प्लान बनाया गया था. करीब आठ साल से ये योजना फाइलों में धूल फांक रही है. 2017 में जारी एक रिपोर्ट में धनबाद देश के प्रदूषित शहरों में 24वें नंबर पर था. इसके बाद धनबाद में उच्च स्तरीय बैठक की गयी और दोबारा एक्शन प्लान बनाने का निर्णय लिया गया. इसके बाद भी कोई पहल नहीं की गयी.
Also Read: झारखंड की कोयला नगरी धनबाद में पीएलएफआई के नाम पर कारोबारियों से मांगी रंगदारी, जांच में जुटी पुलिस
वर्ष 2010 में सीपीसीबी द्वारा एयर क्वालिटी इंडेक्स जारी किया गया था. इसमें धनबाद देश के 43 सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में 13वें स्थान पर था. वर्ष 2011 में डब्ल्यूएचओ ने दुनिया के प्रदूषित शहरों की सूची जारी की थी. इसमें भारत के 33 शहरों को शामिल किया गया था. इन सूची में धनबाद 11वें स्थान पर था. आपको बता दें कि डब्ल्यूएचओ की ये रिपोर्ट आने के बाद केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने धनबाद में 31 मार्च 2012 तक किसी भी तरह के उद्योग को लगाने पर रोक लगा दी थी. हालात में सुधार होने के बाद ये रोक हटा ली गयी थी.
Jharkhand News Today, Weather, Coronavirus, IRCTC/Indian Railway Updates : झारखंड में रोग से लड़ना हुआ महंगा, जरूरी दवाओं की कीमतें 30 प्रतिशत बढ़ी. पंजाब किसान आंदोलन के समर्थन में राज्य के सिख समाज भी. आज पगड़ी व ओढ़नी पहन करेंगे विरोध प्रदर्शन. इधर, कर्रा में नाबालिग का अपहरण कर पांच युवकों ने किया दुष्कर्म. झारखंड में अब पान-सिगरेट बेचने के लिए चाहिए लाइसेंस. लाइसेंस के बाद बिस्कुट, चाय व अन्य उत्पाद नहीं बेच पायेंगे दुकानदार. आइये जानते हैं राज्य की अन्य महत्वपूर्ण खबरें जो बनीं अखबार की सुर्खियां.
Posted By : Guru Swarup Mishra