Dhanbad News: निरसा के ओंकार बाबा का पोल खोलने वाली युवती ने निरसा थाना में प्रभारी दिलीप यादव के समक्ष विधायक अपर्णा सेनगुप्ता व पूर्व विधायक अरूप चटर्जी की उपस्थिति में अपने साथ घटी घटना को विस्तार से बताया. लेकिन शिकायत करने से इंकार किया. कहा कि इस घटना की जानकारी मेरे परिजनों को नहीं है. घरवालों का भय व लोकलज्जा के कारण शिकायत नहीं कर रही है. इधर विधायक श्रीमती सेनगुप्ता व पूर्व विधायक श्री चटर्जी ने कहा कि लड़की के साथ यौनशोषण हुआ है. इस पर पूरी जांच पड़ताल होनी चाहिए.
स्थानीय लोगों ने कहा कि इस तरह की घटना पहले भी कई बार हो चुकी है. इसी तरह नवादा की एक युवती के साथ घटना घटी थी. जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया था. युवती को न्याय दिलाने को लेकर सड़क जाम भी किया था. बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गयी. पुन: आज इसी तरह की घटना घटी. सूचना पाकर निरसा थाना प्रभारी दिलीप यादव दलबल के साथ पहुंचे. इसके बाद युवती व दोनों युवकों को अपने कब्जे में ले लिया. मारपीट में घायल जीतेन्द्र कुमार निषाद का निरसा सीएचसी में इलाज कराया गया. उसकी हालत खतरे से बाहर है. पुलिस समय पर नहीं पहुंचती तो दोनों ओर से हताहत होने की आशंका थी.
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तिसरा थाना क्षेत्र की लोदना मल्हार पट्टी निवासी मुरारी तिवारी व भाजपा कार्यकर्ता जीतेन्द्र कुमार निषाद ने पुलिस को दिये आवेदन में कहा है कि 18 वर्ष पहले हमलोग इस ओंकार बाबा के चक्कर में फंसे. धीरे-धीरे पता चला कि यह बाबा धर्म की आड़ में गोरखधंधा चलाता है. लड़कियों का यौन शोषण करता है. हमलोग इसका विरोध करने पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद विपिन कुमार, शशि वर्मा, अमित कुमार, गोलू केसरी, मुन्ना कुमार, प्रवीण कुमार, गणेश प्रसाद, बबलू मिश्रा, अनमोल कुमार आदि ने हमलोगों पर जना मारने की नीयत से हमला कर दिया. इस संबंध में निरसा थाना प्रभारी दिलीप कुमार यादव ने कहा है कि युवती ने यौन शोषण की शिकायत नहीं की है. लेकिन युवक के आवेदन पर कार्रवाई की जायेगी.
इधर घटना के बाद आश्रम परिसर में मौजूद विभिन्न स्थानों से पहुंचे अनुयायियों ने स्थानीय लोगों पर सुनियोजित ढ़ंग से हमला करने का आरोप लगाया. उनलोगों ने बाबा को एक साधारण व्यक्ति बताया. बाबा पर लगाये गये आरोपों को मनगढ़ंत बताया.
ओंकार बाबा ने मुगमा में लगभग पांच सौ लोगों के रहने जैसा बड़ा आश्रम बनाया है. वह 14 जनवरी और दो नवंबर को समारोह मनाता है. दो नवंबर 1975 को उसका जन्म हुआ है. उसके पिता स्व अलखदेव प्रसाद इसीएलकर्मी थे. वह मूलत: बिहार का रहने वाला है. लेकिन ओंकार बाबा का जन्म जैसा कि बताया जा रहा है मुगमा में ही हुआ है. उसका दिल्ली लक्ष्मी नगर में भी फ्लैट है, जहां वह कभी-कभी आता जाता है. अनुयायियों से आर्थिक दोहन भी करता है.
दिल्ली से पंकज तिवारी नामक युवक ने तथाकथित ओंकार बाबा को लेकर यहां के पत्रकारों को फोन कर जानकारी दी. पंकज तिवारी के अनुसार वह भाजपा आइटी सेल के कार्यकर्ता है. यूएस 321 से कई सेकंड फ्लोर मंडवाली फाजलपुर में रहता है. जिस फ्लैट में रहता है वह फ्लैट ओंकार बाबा का ही है. पंकज तिवारी ने कहा है कि वह भी मूलत: धनबाद के ही रहने वाला है. करीब 10- 15 वर्ष से वह इस बाबा की शरण में आया. बाबा अपने आप को नर के वेश में नारायण कहते हैं. कई लड़कियों के साथ उन्होंने शोषण भी किया. एक सप्ताह पूर्व जब वह मुगमा पहुंचकर बाबा के बारे में लोगों को बताना चाहा तो पहले उनके अनुयायियों ने मुझे डराया-धमकाया. इसकी लिखित शिकायत उन्होंने नई दिल्ली के मधु विहार के एसएचओ को गत 12 अक्तूबर को दिया है. उन्होंने कहा है कि बाबा ने उनसे करोड़ों की ठगी की है. बाबा के अंधविश्वास से उनकी मां की भी मौत हो गयी है.