सिंदरी स्थित फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एफसीआइएल) की जमीन पर बसे लोगों को वहां से हटने का नोटिस मिलने के बाद शहरवासी उबल पड़े. मंगलवार को सिंदरी शहर की जनता ने एकजुट होकर एफसीआइएल के प्रशासनिक भवन का घेराव किया और नोटिस वापस लेने की मांग की. विरोध में सिंदरी बाजार की दुकानें बंद रहीं. वहीं वाहनों का परिचालन भी न के बराबर हुआ. शहर के निजी विद्यालय आदि भी बंद रहे. आंदोलन का नेतृत्व जनता श्रमिक संघ के संयुक्त महामंत्री लक्की सिंह कर रहे थे.
बाद में सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की कंपनी प्रबंधन से वार्ता हुई. इसमें लिये फैसले के बारे में एफसीआइएल के संपदा अधिकारी देवदास अधिकारी ने लोगों को खुद बाहर आकर बताया. उन्होंने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि नोटिस बंट जाने के बाद पीपी एक्ट के तहत कोर्ट की प्रक्रिया नहीं रोकी जा सकती है, लेकिन आगे किसी और को नोटिस जारी नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल कोर्ट की प्रक्रिया पहले की तरह जारी रहेगी. केस नंबर देकर कोर्ट से समय मांगा जा सकता है.
लोगों को बसाने के लिए तैयार हो रहा ब्लूप्रिंट
देवदास अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय कार्यालय को भी जनता के विरोध की जानकारी दी गयी है. लोगों को बसाने के लिए ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है. उन्होंने जनता से सर्वे में सहयोग करने की अपील की, क्योंकि सर्वे से ही प्रबंधन को बसे लोगों की सही जानकारी मिल पायेगी. द्विपक्षीय वार्ता में गौरव वक्ष सिंह उर्फ लक्की सिंह, ओमप्रकाश सिंह, पवन शर्मा, अरविंद पाठक, राकेश तिवारी, शशि सिंह, चंद्रावती देवी व एफसीआइएल के अधिकारी शामिल थे. वार्ता के बाद लक्की सिंह ने कहा कि जो लोग जहां हैं, वहीं सही तरीके से व्यवस्थित किये जायेंगे. ज्वाइंट पिटीशन डाली जायेगी. कोर्ट नोटिस को निरस्त कराने की प्रक्रिया की जायेगी. उन्होंने भी सर्वे में सहयोग करने की बात कही.
होमगार्ड जवानों पर वसूली का आरोप
घेराव के दौरान महिलाओं ने कहा कि उनलोगों के आवास और दुकानों को बनाने के लिए एफसीआइएल सिंदरी प्रबंधन के होमगार्ड जवानों ने पैसे लिये हैं. कहा कि अगर पैसे लेकर बसाइयेगा तो उजाड़ने की कैसे सोच रहे हैं.
इनकी रही मुख्य भागीदारी
घेराव में दिनेश सिंह, ब्रजेश सिंह, रवि शर्मा, इंद्रमोहन सिंह, अनूप सिंह, अमर सिंह, अमजद अली, आजाद खान, सागर, बलवीर नागी, धर्मेंद्र गुप्ता, झपसु खान, साबिर खान, सोमनाथ दुबे, मनोज दुबे, विमल सिंह, मनोज मंडल, जयदेव सरकार, दीपक गोराईं, पन्नू खान, रिंकू शर्मा, त्रिभुवन सिंह, इंद्र मोहन सिंह, किशोर महतो, गजु महतो, श्रवण महतो, राजकुमार महतो, रोहित मंडल, जेपी सिंह, बास्की सिंह, सुमित्रा देवी, संगीत देवी सहित सैकड़ों महिला-पुरुष शामिल थे.