Jharkhand news: धनबाद स्थित IIT-ISM में मंगलवार को बीटेक और एमटेक प्रोग्राम के स्टूडेंट्स ने बुधवार से शुरू हो रहे मिड सेमेस्टर की परीक्षा ऑनलाइन करने की मांग को लेकर संस्थान के प्रशासनिक भवन को घंटों घेरे रखा. इस प्रदर्शन में संस्थान के सैकड़ों स्टूडेंट्स ने शिरकत की. ये स्टूडेंट्स ऑफलाइन परीक्षा का विरोध कर रहे थे. हालांकि, स्टूडेंट्स का विरोध अधिक देर तक नहीं चला. प्रबंधन के कड़े रूख के बाद स्टूडेंट्स को आंदोलन वापस लेने को मजबूर होना पड़ा.
धरने पर बैठे स्टूडेंट्स
बताया जा रहा है कि स्टूडेंट्स इस आंदोलन को लेकर कुछ दिनों से मन बना रहे थे. मंगलवार को पहले सभी इसके विरोध में परिसर में सेंट्रल लाइब्रेरी के परिसर में सुबह 11 बजे इकत्रित हुए. फिर वहां से सभी प्रशासनिक भवन के समक्ष आकर धरने पर बैठ गये. शुरू में स्टूडेंट्स को टीचर्स और हेड ऑफ डिपार्टमेंट (विभागाध्यक्षों) ने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे. बाद में डायरेक्ट प्रो राजीव शेखर ने छात्र प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए बुलाया. वहां भी छात्र प्रतिनिधि अपनी मांग पर अड़े हुए थे. छात्रों के आक्रोश को देखते हुए प्रशासनिक भवन की सुरक्षा के लिए 100 से अधिक गार्ड बुला लिए गए थे. इस विरोध प्रदर्शन में बीटेक सेकेंड, थर्ड और फोर्थ इयर के स्टूडेंट्स के साथ एमटेक फर्स्ट और सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स शामिल थे.
स्टूडेंट्स का तर्क
ऑफलाइन परीक्षा का विरोध कर रहे स्टूडेंट्स का तर्क था कि जब पूरे सेमेस्टर के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई हुई है. मिड सेमेस्टर के लिए दो ऑनलाइन क्विज भी हो चुका है. प्रैक्टिकल तक ऑनलाइन हुए हैं. ऐसे में मिड सेमेस्टर की परीक्षा का ऑफलाइन योजन कहीं से भी तर्कसंगत नहीं है. स्टूडेंट्स सिर्फ मिड सेमेस्टर परीक्षा के ऑफलाइन आयोजन का विरोध नहीं कर रहे थे. वे अप्रैल के तीसरे सप्ताह में होने वाले एंड सेमेस्टर के ऑफलाइन आयोजन का भी विरोध कर रहे थे. स्टूडेंट्स का कहना है कि मिड सेमेस्टर की परीक्षा खत्म होने के बाद 27 मार्च से केवल 10 से 12 दिनों के ऑफलाइन कक्षाएं ली जाएंगी. इसके बाद एंड सेमेस्टर की परीक्षा का आयोजन भी ऑफलाइन आयोजन किया जाएगा. इतने कम दिनों में तैयारी कैसे होगी. हालांकि, स्टूडेंट्स ने माना कि ऑनलाइन क्लास के दौरान लगभग पूरे वर्ष की पढ़ाई हो गई है. साथ ही स्टूडेंट्स का यह भी तर्क था कि कुछ दूसरे IIT में अभी मिड और एंड सेमेस्टर की परीक्षाएं ऑनलाइन हो रही है.
मैनेजमेंट ने स्टूडेंट्स को समझाया
इस संबंध में मैनेजमेंट का कहना है कि कि ऑफलाइन परीक्षा कराने की जानकारी पहले ही छात्रों को दी जा चुकी है. इसलिए सभी छात्रों परिसर में वापस बुला लिया गया है. मैनेजमेंट ने स्टूडेंट्स को समझते हुए कहा कि जब स्कूलों में ऑफलाइन परीक्षा हो रही है, तो IIT जैसे संस्थान में कैसे ऑनलाइन परीक्षा कराएंगे? स्टूडेंट्स को जब ऑफलाइन परीक्षा के आयोजन की जानकारी दी गई थी, तब उनलोगों ने इस पर हामी भरी थी. अब मैनेजमेंट यह विरोध स्वीकार नहीं करेगा.
डायरेक्टर के कड़े रूख के बाद पीछे हटे स्टूडेंट्स
धरने पर बैठे स्टूडेंट्स के अनुसार, उनके प्रतिनिधियों के साथ हुए वार्ता के दौरान डायरेक्टर प्रो राजीव शेखर ने काफी कड़ रूख अख्तियार कर लिया. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अगर स्टूडेंट्स ने आंदोलन वापस नहीं लिया, तो मैनेजमेंट कठोर कार्रवाई करेगा. स्टूडेंट्स के अनुसार डायरेक्टर प्रो शेखर के मुताबिक इस आंदोलन के पीछे बीटेक और एमटेक के फाइनल इयर के स्टूडेंट्स की अहम भूमिका की बात कही. इसलिए कार्रवाई भी सिर्फ उनके खिलाफ किया जाएगा. ऐसे स्टूडेंट्स को चिह्नित कर उन्हें सेमेस्टर बैक लगाया जा सकता है. इसके बाद स्टूडेंट्स ने आंदोलन को वापस लिया.
चार घंटे तक चला धरना
स्टूडेंट्स का यह प्रदर्शन मंगलवार की सुबह 11 बजे से दोपहर के तीन बजे तक चला. लेकिन, संस्थान के कड़े रूख के बाद उनलोगों ने अपना प्रदर्शन वापस ले लिए और अपने-अपने हॉस्टल में लौट गये. इसके साथ पूरे परिसर में शांति छा गया. साथ ही स्टूडेंट्स हॉस्टल में बुधवार से होनेवाली परीक्षा की तैयारी में जुट गए. स्टूडेंट्स के अनुसार, वे इस तरह के आंदोलन के लिए अपने करियर को दांव पर नहीं लगा सकते हैं.
बुधवार से ऑफलाइन परीक्षाएं होंगी : प्रो राजीव शेखर
इस संबंध में IIT-ISM के डायरेक्टर प्रो राजीव शेखर ने कहा कि समझाने के बाद स्टूडेंट्स ने अपने आंदोलन को वापस ले लिया है. बुधवार से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही ऑफलाइन परीक्षाएं होंगी. सभी स्टूडेंट्स इसमें हिस्सा लेंगे.
रिपोर्ट : अशोक कुमार, धनबाद.