राजगंज : कोयला के लिए दुनिया भर में मशहूर झारखंड के धनबाद जिला स्थित बाघमारा ब्लॉक के एक गांव में किसी चमत्कारी वस्तु की तलाश हो रही है. इसके लिए बाकायदा जमीन की खुदाई की जा रही है. टेंट लगाकर. जी हां, तीन गांव के आदिवासी समुदाय के लोग तीन दिन से इस विश्वास के साथ जमीन खोद रहे हैं कि यहां से जो चमत्कारी वस्तु निकलेगा, वह उनका जीवन बदल देगा.
कहने को तो हम 21वीं सदी में पहुंच गये हैं, लेकिन आज भी अंधविश्वास पूरी तरह से हमारे समाज से खत्म नहीं हुआ है. इसकी जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका उदारहण है बाघमारा प्रखंड के राजगंज के गंगापुर गांव का यह मामला. चमत्कारी वस्तु की तलाश में राजगंज थाना क्षेत्र के गंगापुर लिलोरी मंदिर के पास अवस्थित हथसूंढ़ा में एक खाली पड़ी जमीन की खुदाई में आदिवासी समुदाय के लोग जुटे हुए हैं.
गंगापुर, राजा बांसपहाड़ व गरीबडीह के लोग पिछले तीन दिनों से दिन-रात एक किये हुए हैं. इन लोगों का कहना है कि 15 फीट नीचे कोई बेशकीमती चीज है, जिसका मिलना चमत्कारी साबित होगा. इस स्थान पर करीब 10-12 फुट गहरा व लगभग इतने ही चौड़े गड्ढे की खुदाई की जा चुकी है. अभी तक लोगों को कुछ हाथ नहीं लगा है.
Also Read: झारखंड की 36 जातियों को केंद्रीय ओबीसी सूची में शामिल करने के प्रस्ताव को सीएम हेमंत सोरेन ने दी मंजूरी, राज्य के लोगों को होगा ये लाभजहां गड्ढा खोदा जा रहा है, वहां चट्टान निकल गया है. इस कारण खुदाई का काम काफी धीमा पड़ गया है. दिन में भीड़ के कारण लोग अब सिर्फ रात में ही खुदाई का काम कर रहे हैं. गंगापुर, चिरूबेड़ा, राजा बांसपहाड़, महतोटांड़, गरीबडीह, लक्ष्मणपुर, नीमटांड़, 12 नंबर सहित आसपास के ग्रामीणों में इस बात की चर्चा है कि उस जगह कोई बड़ा खजाना गड़ा हुआ है.
कुछ लोग इसे देवी-देवताओं के आशीर्वाद से जोड़कर देख रहे हैं, तो कई लोग इसे अंधविश्वास भी बता रहे हैं. लेकिन, जिन लोगों ने जमीन की खुदाई का काम शुरू किया है, वे अपने काम में लगे हैं. उन्हें पूरा भरोसा है कि इस जमीन के नीचे से जो वस्तु निकलेगी, वह उनका जीवन बदल देगी.
बताया जाता है कि इसमें कोई सिंडिकेट काम कर रहा है. हालांकि, इस सिंडिकेट का मकसद क्या है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. इसके तार कतरास, धनबाद से लेकर पश्चिम बंगाल तक जुड़े होने की चर्चा है. बताया जाता है कि कुछ माह पहले एक व्यक्ति यहां आया था और ग्रामीणों को उक्त स्थल पर किसी चमत्कारी वस्तु होने की बात बतायी थी.
Also Read: गांव नहीं है झारखंड के सारंडा जंगल में बसा ‘रांगरिंग’, रोचक है इस गांव के बसने का इतिहासइसके बाद फोन पर कुछ ग्रामीणों से सिंडिकेट के लोगों की बात होने लगी. इधर, हाल के दिनों में एक महिला के यहां स्कॉर्पियो से आने और कुछ चुने हुए ग्रामीणों से मिलकर लौट जाने की भी चर्चा है. यह भी बताया जाता है कि उक्त सिंडिकेट ही खुदाई में जुटे लोगों को मजदूरी का भुगतान कर रहा है.
राजगंज थानेदार चंदन कुमार ने बताया कि किसी धातु या कीमती वस्तु की खोज में जमीन की खुदाई की सूचना मिली. पुलिस मौके पर पहुंची और खुदाई के काम को रोक दिया गया. थानेदार ने कहा कि लोग अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर यह कर रहे हैं. पुलिस मामले पर नजर रख रही है.
दलुडीह पंचायत के प्रभारी मुखिया मधुसूदन प्रसाद के अनुसार, गंगापुर में जमीन की खुदाई की सूचना मिली है. इसे लेकर कई तरह की चर्चा सुनी जा रही है. एक-दो दिन में मामला स्पष्ट हो सकता है.
Posted By : Mithilesh Jha