Jharkhand News: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की दुमका टीम ने गुरूवार को जामा अंचल कार्यालय के एक राजस्व कर्मचारी विभाष तिवारी को आठ हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ धर दबोचा. विभाष तिवारी के खिलाफ जामा अंचल के ही अगोया गांव निवासी 45 वर्षीय चेतन पुजहर ने एसीबी के कार्यालय में शिकायत की थी कि राजस्व कर्मचारी विभाष तिवारी जमीन से जुड़े एसडीओ कोर्ट के केस को लेकर रिपोर्ट देने के एवज में 8 हजार रुपये घूस मांग रहा है, जबकि वह देना नहीं चाहते हैं. इसके बाद एसीबी ने उसे रिश्वत लेते दबोच लिया.
पीड़ित चेतन पुजहर का एसडीओ कोर्ट में केस चल रहा है. उनकी निज जमाबंदी जमीन (खाता संख्या 72 एवं 73) पर जबरदस्ती दखल कर लिया गया है. ऐसे में एसडीओ कोर्ट ने अंचल अधिकारी, जामा से जांच प्रतिवेदन मांगा था. जामा के अंचल अधिकारी ने इस आवेदन के बाबत जांच का काम राजस्व कर्मचारी विभाष तिवारी को दिया था, पर विभाष तिवारी आवेदन पर जांच नहीं कर रहा था. जांच करने के एवज में उसने आठ हजार रुपये की मांग की थी. चेतन पुजहर ने काफी आरजू-विनती की, पर आरोपी विभाष तिवारी बिना पैसे लिए जांच कर रिपोर्ट नहीं देने पर अड़ा था.
पीड़ित चेतन पुजहर अपनी ही जमीन को लेकर घूस नहीं देना चाहता था. उसने एसीबी में शिकायत की तो आरोपी राजस्व उप निरीक्षक विभाष तिवारी द्वारा आठ हजार रुपये रिश्वत मांगने के आरोपों की पुष्टि भी हो गयी. ऐसे में सत्यापन प्रतिवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही नाटकीय ढंग से एसीबी की टीम ने उसे घूस की राशि हाथ में लेते ही धर दबोचा. राजस्व उपनिरीक्षक विभाष तिवारी दुमका के एलआइसी कॉलोनी नाहर पार्क का रहनेवाला है. दुमका एसीबी टीम का संताल परगना में इस साल का यह सातवां ट्रैप था.
रिपोर्ट : आनंद जायसवाल