Jharkhand News : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने दुमका में प्रेस वार्ता कर कहा कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार में बांग्लादेशी घुसपैठ तेजी से हो रही है. इसका केंद्र संताल परगना है. पाकुड़, साहिबगंज के रास्ते से अवैध ढंग से बांग्लादेशी घुसपैठ हो रही है. इसके कारण डेमोग्राफी में काफी अंतर आया है. ये राज्य के लिए आर्थिक व रोजगार पर बोझ हैं. राज्य के सभी इलाकों में आपराधिक घटनाओं में काफी तेजी आई है. इन सभी घुसपैठियों को संरक्षण हेमंत सरकार दे रही है. सरकार इन्हें वोट बैंक के रूप में उपयोग कर रही है. इसी कारण लव जिहाद का मामला तेजी से बढ़ रहा है.
बांग्लादेशी घुसपैठ पर साधा निशाना
दीपक प्रकाश ने कहा कि बांग्लादेशियों को झामुमो वोट बैंक समझता है. भाजपा ने इन चीजों को गंभीरता से लिया है. आज पूरे प्रदेश में 1800 स्कूल में रविवार की जगह पर शुक्रवार को छुट्टी दी जा रही है. ऐसे 1300 स्कूल हैं, जहां पर प्रार्थना को भी बदल दिया जा रहा है, जबकि स्कूल में प्रार्थनाएं एक जैसी होती हैं. जब इसकी शिकायत स्कूल के आसपास व अभिभावक जिला प्रशासन से करते हैं, तो सरकार मौन हो जाती है. हेमंत सरकार क्यों नहीं जबाब दे रही है. हाल के दिनों में रांची के सटे एरिया ओरमांझी में स्कूल में पढ़ने वाली एक छोटी बच्ची को पिस्टल का भय दिखाकर धर्म परिवर्तन व प्रेम करने को विवश किया गया. इसी प्रकार की घटना दुमका के रानीश्वर में घटी है.
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लव जिहाद को दिया जा रहा अंजाम
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्य में एक विशेष प्लान बनाकर लव जिहाद की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. झारखंड में हेमंत सरकार के कार्यकाल में सभी प्रशासिनक पदाधिकारी पंगु हो गए हैं. भाजपा ऐसी घटनाओं की निंदा हीं नहीं करती, बल्कि सड़क पर उतरकर आंदोलन करती रहती है. श्री प्रकाश ने कहा कि एक नया जुनून एक वर्ग के पास आया है. जिसे वोट बैंक की तुष्टीकरण के कारण बढ़ावा मिला है. श्री प्रकाश ने कहा कि 31 महीने की हेमंत सरकार में 5400 बहनों के साथ अनाचार की घटना घटी है. सबसे ज्यादा हत्या झारखंड में घटी है.
1932 खतियान हेमंत सोरेन का राजनैतिक स्टैंड
दीपक प्रकाश ने कहा कि 1932 खतियान राज्य सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन ने हड़बड़ी में राजनैतिक स्टैंड के लिए लाया है. जब भी स्थानीयता बनती है, तो उसे नियोजन नीति से जोड़ा जाता है. पूर्व में भी बाबूलाल मरांडी ने इसी स्वरूप को लाया था, लेकिन हाईकोर्ट ने इसे निरस्त कर दिया था. वर्तमान सरकार को चाहिए था कि हाईकोर्ट की आपति को दुरूस्त करना चाहिए था. साथ ही नियोजन नीति के साथ जोड़कर 1932 खतियान को लाना चाहिए था. प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष परितोष सोरेन एवं मीडिया प्रभारी पिंटू अग्रवाल मौजूद थे.