Jharkhand News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो अक्तूबर को ऐलान किया था कि अब देश में फर्टिलाइजर का एक ही ब्रांड होगा-भारत. भारत यूरिया (Bharat Urea) और भारत डीएपी (Bharat DAP). यानी अलग-अलग नाम के चलते उर्वरक की अधिक कीमत वसूलने, उसकी कालाबाजारी होने तथा कीमत में अंतर रहने की वजह से किसानों में जो भ्रम की स्थिति रहती थी, उसे दूर करने की पहल इस वन नेशन-वन फर्टिलाइजर (One Nation One Fertilizer) के नारे से उन्होंने की थी. बुधवार को झारखंड में भारत यूरिया का पहला रैक उपराजधानी दुमका पहुंचा. दुमका के रेलवे स्टेशन ये भारत यूरिया के ये पैकेट संताल परगना के विभिन्न जिलों में भेजी जाएंगी.
झारखंड में एक लाख 80 मीट्रिक टन यूरिया की मांग
मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार को जो यूरिया का रैक पहुंचा, उसके 42 वैगन में कुल 2571.2 मीट्रिक टन भारत यूरिया लाया गया है. पूरे राज्य में सालाना एक लाख 80 हजार मीट्रिक टन यूरिया की मांग होती है, जिसे अलग-अलग कंपनियां अपने अलग-अलग ब्रांड की यूरिया से पूरी करती थी. पर, अब एक यूरिया हर किसान उपयोग में लायेगा, वह है भारत यूरिया. इसके हर पैकेट में यूरिया की वास्तविक कीमत, केंद्र सरकार से प्राप्त सब्सिडी, किसानों को देय अधिकतम मूल्य आदि साफ-साफ दर्शाया गया है. अब यूरिया का हर पैकेट पीले रंग का ही होगा, जिसमें भारत यूरिया लिखा होगा. हालांकि उत्पादक कंपनियां नीचे में अपना नाम दर्शायेंगी. दुमका पहुंचे भारत युरिया के इस पहले रैक को कृभको ने भेजा है.
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प्रति बैग की कीमत 266.50 रुपये है मुद्रित
इस भारत यूरिया के 45 किलो की बोरी में प्रति किलो की दर 5.92 रुपये मुद्रित है. मुद्रित यह भी किया गया है कि भारत यूरिया की वास्तविक लागत 2016.78 रुपये है. भारत सरकार इसमें 1750.28 रुपये की सब्सिडी दे रही है. ऐसे में किसानों को प्रति बैग भारत यूरिया का सभी करों के साथ अधिकतम मूल्य 266.50 रुपये की दर से चुुकाना होगा.