Dumka By Election 2020, Jharkhand News, CM Hemant Soren: दुमका : झारखंड में दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के प्रचार का शोर थमने से एक दिन पहले शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जबर्दस्त हमला किया. उन्होंने भाजपा को अंग्रेजों का एजेंट करार दिया और कहा कि ये लोग किसी दिन देश को भी गिरवी रख देंगे.
मुख्यमंत्री सह झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने शनिवार को गोलबंधा व गुमरो में चुनावी सभाएं कीं. इन सभाओं में उन्होंने कहा कि भारत माता की जय के नारे लगाने वाले भारत को बेच रहे हैं. रेल बेच दिया, बंदरगाह बेच दिया, देश की संपत्ति बेचते जा रहे हैं. पांच साल सत्ता में रही, तो झारखंड में पतरातू थर्मल पावर बेच दिया. किसी दिन देश को गिरवी रख देंगे.
उन्होंने कहा कि भाजपा देश में अंग्रेजों का एजेंट बनकर काम कर रही है. ये घर, परिवार व समाज में सिर्फ जहर घोलने का काम कर रहे हैं. नौ महीने पहले पछाड़ खाया हुआ कुर्ता झाड़कर फिर मैदान में आ गया है. जिसे लाज-शर्म और लिहाजा नहीं है. इन्हें हर हाल में सत्ता चाहिए. इसके लिए कुछ भी करने को तैयार हैं.
Also Read: झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने आसनसोल जाकर कराया CT Scan, डॉक्टरों ने दी यह सलाहमुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि संघर्ष करेंगे, मांगेंगे, लालच देंगे, डरायेंगे, फंसायेंगे. यही इनका चाल-चरित्र है. ये लोग नयी अफवाह फैला रहे हैं कि दुमका जीतेंगे, तो सरकार बनायेंगे. वर्ष 2019 में 35 से 25 पर आ गये. आने वाले समय में 5 भी नहीं रहेंगे. कोई काम इनका झारखंड में नहीं रहा. कोई और जगह नहीं, इन्हें गुजरात भेजेंगे.
उन्होंने कहा कि भाजपा में आज जितने नेता हैं, आधा तो झामुमो के पेट से निकले हुए हैं. भाजपा जिस नाव में बैठी है, उसमें बड़ा-सा छेद हो गया है. यह नाव डूबेगी. झारखंड की इन दोनों सीटों पर उपचुनाव में ही नहीं, 10 को बिहार में भी एनडीए का विसर्जन होगा. पाप का घड़ा भर चुका है.
हेमंत ने कहा कि झारखंड को इन्होंने हमेशा चारागाह बनाने का काम किया है. 20 साल हमलोगों ने झेला है. जैसे अलग राज्य लिया, वैसे सत्ता लिया है. उनकी यह सत्ता जनता के लिए है. हेमंत ने कहा कि उनके लिए दुमका अपना घर और जनता परिवार के सदस्य की तरह है. उन्होंने कहा कि भारी मन से उन्हें संवैधानिक बाध्यता की वजह से दुमका सीट छोड़नी पड़ी थी.
Also Read: नक्सली मुठभेड़ में घायल जवानों से मिलने मेडिका पहुंचे झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने की पीएम मोदी के बयान की निंदाश्री सोरेन ने कहा कि भोगनाडीह की वजह से वे उसे नहीं छोड़ पाये, क्योंकि वहां सभी वर्गों की आस्था है. संताल हूल की वीर भूमि है. सवाल करने वालों से मेरा कहना है कि आदिवासियों-मूलवासियों, गरीब-किसान-मजदूरों के लिए सिदो कान्हू ने जैसा संघर्ष किया, वैसा देश में कहीं नहीं हुआ. दोनों वीर महापुरुष इस संघर्ष में जब जान दे सकते हैं, तो क्या हेमंत सोरेन उस मिट्टी का सम्मान नहीं कर सकता. हेमंत ने कहा कि दुमका को अपनी नजरों से देखने के लिए छोटे भाई को प्रत्याशी बनाया है.
Posted By : Mithilesh Jha