Jharkhand Crime News (दुमका) : कहीं अपने को CBI का अफसर, तो कहीं मजिस्ट्रेट बताकर लॉकडाउन उल्लंघन के नाम पर दुकानदार और ऑटो चालकों को डरा-चमकाकर उनपर कार्रवाई करने और फिर बचाने का झांसा देकर लगभग 1.50 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. मसलिया प्रखंड के पाटनपुर गांव के दुकानदारों ने खुद उसे सोमवार को धर दबोचा था और पुलिस के हवाले कर दिया था. पुलिस ने शिकायतकर्ता से आवेदन मिलने के बाद कार्रवाई करते हुए आरोपी को जेल भेज दिया.
CBI अफसर और मजिस्ट्रेट बताकर ठगी करने वाले इस शख्स का नाम मुन्ना डोम है. वह अपना नाम एमके सिंह बताया करता था. उसने मसलिया से पहले पालाजोरी में कई लोगों से ठगी की थी. मसलिया में आकर ठगी करने के दौरान यह धर दबोचा गया. इस संदर्भ में देवघर जिले के पालाजोरी थाना क्षेत्र के नावाडीह के रहनेवाले अब्दुल्ला अमीम ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. उससे तो नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की गयी थी.
इस संबंध में सदर अंचल के पुलिस निरीक्षक नवल किशोर सिंह ने बताया कि CBI का अफसर व मजिस्ट्रेट बनकर यह शख्स अब तक कई दुकानदारों को चूना लगा चुका था. कई से तो इसने सामान भी ले लिया था. उसके पास से जो स्कूटी मिला है, उसपर पुलिस का नीला-लाल पट्टी वाला स्टीकर लगा हुआ पाया गया है, जबकि उसके घर-परिवार में कोई पुलिस में नहीं है.
फर्जी प्रेस कार्ड भी उसने अपने पास रखा हुआ था. उसके आधार कार्ड व एटीएम कार्ड भी पुलिस ने बरामद किया है. इस दौरान मसलिया थाना प्रभारी ईश्वर दयाल मुंडा, अनि मनोज करमाली, अमित कुमार व सअनि राजू राम मौजूद थे. CBI अफसर और मजिस्ट्रेट बन कर दुमका के पाटनपुर में दुकानदारों से डेढ़ लाख की ठगी तथा News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
Posted By : Samir Ranjan.