Jharkhand News, Dumka By-Election 2020, Shibu Soren, CM Hemant Soren: दिशोम गुरु शिबू सोरेन भी छोटे बेटे बसंत सोरेन को विधानसभा उपचुनाव में जिताने के लिए दुमका पहुंच गये हैं. सूबे के मुखिया और शिबू सोरेन के पुत्र हेमंत सोरेन ने दुमका और बेरमो विधानसभा उपचुनाव में प्रचार की कमान संभाल रखी है. सीएम, जो झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं, ने कहा है, ‘हमारे 50 विधायक हैं. इस उपचुनाव से सरकार तो गिरेगी नहीं, पर जनता के निर्णय से भाजपाइयों को और जोर से लाठी-डंडा से खदेड़ेंगे.’
श्री सोरेन ने दुमका के लखीकुंडी में एक चुनावी जनसंपर्क में ये बातें कहीं. उन्होंने कहा, ‘झारखंड बनने के 20 साल के दौरान हमने पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनायी है. अभी राज्य में दो विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव हो रहे हैं. इस चुनाव से सरकार पर कोई असर नहीं पड़ना है. सरकार तो गिरेगी नहीं, दोनों उपचुनाव जीतेंगे, तो सरकार को और मजबूती मिलेगी. और जोर से हम इन भाजपाइयों को लाठी-डंडा से खदेड़ने का काम करेंगे.’
श्री सोरेन ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का मजबूत हथियार है. यह ऐसी ताकत है, जिसमें एक वोट से कोई चुनाव जीतता-हारता है. जनता सिखायेगी, समझायेगी कि इस राज्य में अब भाजपाइयों की नहीं झारखंडियों की, आदिवासियों, दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों का चलेगी. उन्होंने हर बूथ पर गठबंधन के प्रत्याशी को एक नंबर पर रखने की बात कही, ताकि पूरे परिणाम में भी पार्टी पहले नंबर पर रहे.’
Also Read: दुमका-बेरमो में प्रचार कर रहे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भाजपा ने रांची में पूछा, क्या हुआ तेरा वादा…श्री सोरेन ने केंद्र सरकार पर झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि झारखंड की सरकार हक-अधिकार की मांग कर रही है, तो केंद्र की सरकार विकास की गति रोकने के लिए झारखंड के खाते से पैसे काटकर सीधे अपने खाते में डाल ले रही है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें अपनी लड़ाई तो लड़नी ही है. राजनीतिक लड़ाई भी लड़नी है. आंदोलन भी लड़ना है.
उल्लेखनीय है कि झारखंड विधानसभा के चुनाव में हेमंत सोरेन ने दुमका और बरहेट सीट से चुनाव लड़ा था. दोनों सीटों पर उन्होंने भाजपा के उम्मीदवारों को मात दी थी. झामुमो-कांग्रेस-राजद के महागठबंधन की जब स्पष्ट बहुमत की सरकार झारखंड में बन गयी, तो सीएम श्री सोरेन ने दुमका सीट छोड़ दी. हेमंत के इस्तीफे के बाद यहां उपचुनाव हो रहे हैं और सीएम के छोटे भाई बसंत सोरेन यहां से झामुमो के उम्मीदवार हैं.
Also Read: लद्दाख में शहीद हुए रांची के लाल अभिषेक का आज होगा अंतिम संस्कार, बंद रहेंगी दुकानेंवहीं, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने हेमंत सोरेन पर गलतबयानी करने का आरोप लगाया है. कहा है कि जब वे (रघुवर दास) मुख्यमंत्री बने थे, तब भी पांच हजार करोड़ रुपये का बकाया था. उन्होंने अपनी सरकार में कुल 13,000 करोड़ रुपये का भुगतान डीवीसी को किया था.
श्री दास ने कहा कि 6,000 करोड़ रुपये का भुगतान डीवीसी को उदय भारत योजना के तहत किया था, जबकि शेष 7 हजार करोड़ रुपये किस्तवार दिया गया. उन्होंने हेमंत के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि 13000 करोड़ रुपये डीवीसी का भुगतान नहीं किया गया. श्री दास ने कहा कि हेमंत सोरेन हर मोर्चे पर विफल रहे हैं और सरकार चलाना उनके बूते की बात नहीं है.
रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सोरेन को जिस दुमका की जनता ने जिताकर मुख्यमंत्री बनाया, उस जनता के लिए सीएम बनने के बाद 10 महीने में एक भी काम नहीं किया. वादे के तहत न आरक्षण बढ़ाया, न बेरोजगारी भत्ता दिया. पहले भी गुमराह कर वोट लिया, अब फिर गुमराह कर रहे हैं. इस बार हेमंत भाई के लिए वोट मांगने आये हैं. जब सीएम रहकर हेमंत ने खुद कुछ नहीं किया, तो उनके भाई विधायक बनेंगे, तो क्या कर पायेंगे.
रघुवर ने कहा कि सोरेन परिवार नहीं चाहता कि संताल परगना के युवा डॉक्टर बनें. तीनों मेडिकल कॉलेज में नामांकन पर रोक लगना सरकार की नाकामी है. जिस हाथी की उड़ान की यह सरकार खिल्ली उड़ा रही है, उसी के तहत स्थापित किशोर एक्सपोर्ट के प्लांट में 22 युवतियों को नियोजित कर अपनी पीठ थपथपा रही है. उन्हें प्रशिक्षित करने तक का काम पिछली भाजपा और एनडीए की सरकार ने किया था.
Posted By : Mithilesh Jha