दुमका (आनंद जायसवाल) : श्रावणी मेला लगाने से इन्कार करने वाले हेमंत सोरेन की सरकार बहुत जल्द गिर जायेगी. झारखंड हाइकोर्ट में लंबित मामले पर फैसला आने से पहले बाबाधाम में श्रावणी मेला पर अपना फैसला देकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोर्ट की अवमानना की है. शुक्रवार (3 जुलाई, 2020) को हमारे वकील कोर्ट में यह मुद्दा उठायेंगे. यह कहना है गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे का. गुरुवार (2 जुलाई, 2020) को उन्होंने दुमका में ये बातें कहीं.
उन्होंने कहा कि बैद्यनाथ मंदिर पर मुख्यमंत्री का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि मामला अदालत की अवमानना का भी है. उन्होंने अच्छे-अच्छे को गिरते-मरते देखा है. कोई आश्चर्य नहीं होगा यदि हेमंत सोरेन की सरकार गिर जाये. हेमंत सोरेन सत्ता से बेदखल हो जायें. नयी दिल्ली से दुमका पहुंचने पर गोड्डा के सांसद ने कहा कि इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई होनी है.
उन्होंने कहा कि सुनवाई के दौरान माननीय हाइकोर्ट के समक्ष उनके वकील मुख्यमंत्री के इस वक्तव्य का प्ली लेंगे कि अदालत के फैसले के पहले उन्होंने निर्णय कैसे ले लिया. डॉ दुबे ने कहा कि जब काशी विश्वनाथ, तिरुपति, उज्जैन और कोलकाता का कालीघाट मंदिर खुल गया, तो देवघर का मंदिर क्यों नहीं खुलना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि मंदिर का खुलना अलग बात है और श्रावणी मेले का आयोजन अलग. कहा कि हेमंत सोरेन ने कैसे झारखंड में मंदिरों को बंद रखा है. उत्तराखंड में सरकार ने चार धाम की यात्रा की अनुमति दे दी है. उसका एसओपी बनाया है कि केवल उत्तराखंड राज्य के ही श्रद्धालु इसमें भाग ले सकेंगे. बिहार में भी सारे मंदिर खुल गये हैं, तो झारखंड में यह तुगलकी फरमान क्यों?
डॉ निशिकांत ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री बाबा के खिलाफ गये हैं. उन्होंने बड़े-बड़ों को गिरते-मरते देखा है, यह सरकार भी गिर जायेगी, तो कोई आश्चर्य का विषय नहीं होगा. ज्ञात हो कि दुमका में बहुत जल्द विधानसभा का उपचुनाव भी होना है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन यहां से जीते थे. बाद में उन्होंने यह सीट छोड़ दी थी.
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सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि गोड्डा में पावर सब-स्टेशन का उद्घाटन करने के बाद वे देवघर जायेंगे, जहां एक लाख परिवार तक राशन पहुंचाने के काम को आगे बढ़ायेंगे. पहले चरण में 50 हजार परिवार तक टाटा ट्रस्ट, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एस्सार फाउंडेशन और इफको के सहयोग से राशन पहुंचाया जा चुका है, दूसरे फेज में शेष 50 हजार परिवार तक राशन पहुंचायेंगे. वहीं छह लाख परिवारों तक एक दवा पहुंचायी जायेगी, जो कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ायेगी.
Posted By : Mithilesh Jha